Uncategorized

Jashpur Snakebite Death: सांप काटा, बैगा के पास गई… झाड़फूंक में फंसी रही जिंदगी, अस्पताल पहुंचते-पहुंचते हो गई महिला की मौत

Jashpur Snakebite Death | Image Source | IBC24

जशपुर: Jashpur Snakebite Death: विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा समाज की एक महिला की सर्पदंश से हुई मौत ने जिले की स्वास्थ्य सेवाओं और ग्रामीण अंचल में व्याप्त अंधविश्वास की पोल खोल दी है। यह घटना न केवल एक मानव जीवन की क्षति है बल्कि यह इस सवाल को भी जन्म देती है कि क्या आज भी आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं हर जरूरतमंद तक समय पर पहुंच पा रही हैं?

Read More : Obscene Act in Sagar: सरेआम कपड़े उतारकर कर रहा था अश्लील हरकत! महिलाएं सबूत लेकर पहुंचीं कलेक्ट्रेट, मचा हड़कंप

Jashpur Snakebite Death: घटना कुनकुरी थाना क्षेत्र के लोटापानी गांव की है जहां 49 वर्षीय सनारी बाई कोरवा अपने परिवार के साथ जमीन पर सो रही थी। दरम्यानी रात लगभग 3 बजे उसे एक ज़हरीले करैत सांप ने बाएं कंधे पर डस लिया। सर्पदंश के बाद गंभीर स्थिति में होते हुए भी सनारी बाई तात्कालिक चिकित्सकीय सहायता लेने के बजाय अंधविश्वास की ओर झुक गई। वह अपने नाती के साथ लगभग डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर एक बैगा के पास पहुंची। वहां घंटों झाड़फूंक चलता रहा जिससे काफी कीमती समय बर्बाद हो गया।

Read More : CG DMF Scam Update: DMF घोटाले में बड़ी कार्रवाई! EOW ने पेश की 6 हजार पन्नों की चार्जशीट, रानू साहू, सौम्या चौरसिया समेत 9 आरोपी नामजद

Jashpur Snakebite Death: सुबह 6 बजे के करीब जब उसकी हालत बिगड़ने लगी और वह बेहोश हो गई, तब गांव की मितानिन ने उसे कुनकुरी के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में डॉक्टरों ने तत्काल उसे एंटी स्नेक वेनम देकर उपचार शुरू किया, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए होलीक्रॉस अस्पताल रेफर कर दिया गया। सनारी बाई के पति के अनुसार होलीक्रॉस अस्पताल में मुंह में पाइप डालने के बाद डॉक्टरों ने यह कहकर मरीज को वापस सरकारी अस्पताल भेज दिया कि वहां बेहतर दवाइयां मिलेंगी। अंततः सनारी को दोबारा कुनकुरी सरकारी अस्पताल लाया गया जहां इलाज के कुछ समय बाद उसने दम तोड़ दिया।

Read More : Satna News: जंगल में घूम रहे हैं हथियारों से लैस 5-6 संदिग्ध, एक महिला भी शामिल, पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी

Jashpur Snakebite Death: CMHO डॉ. जी.एस. जात्रा ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा की मरीज को सुबह 6 बजे अस्पताल लाया गया था। उसकी हालत पहले से ही गंभीर थी। इलाज में कोई देरी नहीं की गई, उसे तुरंत एंटी स्नेक वेनम दिया गया और फिर विशेषज्ञ उपचार के लिए रेफर भी किया गया। दुर्भाग्यवश, समय पर सही उपचार न मिल पाने और सर्पदंश की गंभीरता के कारण उसकी मृत्यु हो गई। यह घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है। क्या सनारी की मौत का कारण ग्रामीण क्षेत्रों में फैला अंधविश्वास है जिसने उसे समय रहते चिकित्सा सुविधा लेने से रोका?

Related Articles

Back to top button