
दुर्ग,, बीते दिनो दुर्ग पुलिस ने बांगलादेशी होने की आशंका जताते हुए दुर्ग भिलाई के विभिन्न क्षेत्रों में ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए जांच की थी जिसके बाद कई संदिग्ध लोग भी पकड़ाए थे जिसके बाद उनके ऊपर दुर्ग पुलिस ने कार्यवाही भी थी,,पर एक बार फिर कुम्हारी के एक सा मिल में हुए प्रवासी मजदूर की मौत होने से प्रवासी मजदूरों और बंगलादेशियो के होने की बात से इनकार नही किया जा सकता,,2 दिन पहले कुम्हारी के एक आरा मिल में लकड़ी का गोला चीरने के दौरान असम निवासी एक प्रवासी मजदूर की हादसे में मौत हो गई थी जिसके बाद सुरक्षा के मानक मापदंडों के पालन की पोल तो खुल गई थी पर साथ साथ इसी सा मिल में करीब 15 से ज्यादा प्रवासी मजदूर असम से आकर यहाँ मजदूरी कर रहे है,,शासन प्रशासन के नियम कानून को ठेंगा दिखाते हुए मिल संचालक द्वारा किसी भी प्रवासी मजदूर की जानकारी और जरूरी दस्तावेज संबंधित थाने में नही दी गई है,,इतना ही नही 4 महीने पहले दिसम्बर में भी उतई स्थित एक सा मिल में छापेमारी के दौरान 7 प्रवासी मजदूर मिले थे जो असम के ही निवासी थे जिसके बाद उतई पुलिस ने प्रतिबंधात्मक धाराओ में कार्यवाही भी थी,,सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उतई थाना क्षेत्र के डुमरडीह के लकड़ी फीलिंग फैक्टरी,पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र के गनियारी पचपेड़ी में स्थित सा मिल, कुम्हारी थाना क्षेत्र के अधिकतर सा मिलो में असम से आये प्रवासी मजदूर बगैर अपनी जानकारी दिए सालो से कार्यरत है,, इसके बावजूद पुलिस प्रशासन के नाक के नीचे नियम कानूनों को ताक मे रखकर आरा मिल संचालक मजदूरों से काम ले रहे है,,
लापरवाही के चलते आरा मिल में प्रवासी मजदूर की मौत,,