बुद्धिष्ट सोसायटी की महिला विंग ने किया धम्म संगोष्ठी का आयोजन

महिलाएं त्याग और धैर्य के बल पर समाज और धम्म को मजबूती प्रदान करने की रखती है क्षमता-खांडेकर
महिलाएं परिवार और समाज का आधार होती है:भारती खांडेकर
भिलाई। दि बुद्धिष्ट सोसायटी ऑफ़ इंडिया महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा से 6 बुद्ध विहार भिलाई में धम्म संगोष्ठी का आयोजन गत दिवस किया गया। संगोष्ठी मे प्रदेश के अनेक जिलो की महिलाऐ तथा प्रांतीय पदाधिकारी उपस्थित थी।
संगोष्ठी के प्रारंभ मे तथागत गौतम बुद्ध एवम डा बाबा साहेब आम्बेडकर के छायाचित्र पर पुष्प अर्पण करने के उपरांत उपस्थित महिलाओ को संबोधित करते हुए संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रही महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष भारती खांडेकर ने कहा कि किसी भी घर या परिवार मे महिला एक आधारशिला का काम करती है और अपने त्याग व धैर्य के बल पर समाज और धम्म को भी मजबूती प्रदान करने की क्षमता रखती है। प्रदेश महासचिव जयश्री बौद्ध ने कहा कि नारी ने पुरूष को जन्म और जीवन दिया है। सुजाता ने गौतम सिद्धार्थ को खीर दान कर उनके जीवन की रक्षा की और उनके बुद्ध बनने का मार्ग प्रशस्त किया। धम्म प्रचारिका विजया बौद्ध ने कहा कि नारी को सिर्फ उपयोग व शोषण की वस्तु ना समझे नारी ने भारत और दुनिया मे घर ही नही देश चला कर अपनी अद्भुत कार्यक्षमता का परिचय दिया है। धम्म प्रचारिका सविता बौद्ध ने महिलाओ से कहा कि घर मे अपने बच्चो मे बौद्ध संस्कारो का निर्माण करेए भविष्य मे बौद्ध भिक्षुओ का अभाव होगा ऐसे समय मे समाज का सुशिक्षित व बौद्ध संस्कारित युवा ही त्याग के बल पर धम्म को जीवंत रख सकता है। उन्होंने जातिया तोडऩे और अंतर्जातिय विवाह पर बल दिया। धम्म संगोष्ठी में भारती खांडेकर, जयश्री बौद्ध, विजया बौद्ध, सुलोचना बौद्ध, सुनीता बौद्ध, प्रज्ञा बौद्ध, विद्या बौध्द, ज्योति बौद्ध, अल्का बौद्ध, गीता किरण शयामकुंवर, सीमा शेंडे, वंदना बौद्ध, नीतू डोंगरे, निर्मला गजभिये, कल्पना गजभिये, बबीता नागवंशी, वर्षा मेश्राम, वंदना पानतवने, सूर्यवंता तुरकर, शीला कामले, सुजाता वाहने, शीला डोंगरे, चेतना तम्हाने, सीमा सहारे, संघमित्रा बोरकर, तृप्ति रामटेके, ममता मेश्राम, करूणा मेश्राम सहित अन्य महिलाऐ उपस्थित थी।Ó