भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष सतीश लाटिया ने गिरदावरी रिपोर्ट के नाम पर किसानों के खेतों का रकबा काटने का विरोध

कांकेर: भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष सतीश लाटिया ने गिरदावरी रिपोर्ट के नाम पर किसानों के खेतों का रकबा काटने का विरोध करते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार की शिकायत राज्यपाल से करने की बात कही है । श्री लाटिया ने कहा कि प्रदेश की किसानों का एक एक धान खरीदने और 2500 रु समर्थन मूल्य देने का वादा कर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार गिरदावरी रिपोर्ट के नाम पर किसानों का रकबा ही कम कर दे रही है । सत्ता के पहले वर्ष में ही धान का 2500 रु देने में कांग्रेस सरकार की हालत खराब हो गई और न्याय योजना के नाम पर इसे किस्तों में दे रही है । कांग्रेसी एक तरफ तो किसान हितैषी बनने का ढोंग करते हुए संसद में प्रदर्शन कर रहे है दूसरी ओर किसानों का अहित और उनके साथ छलावा करने का कोई मौका नही छोड़ते । श्री लाटिया ने कहा कि वर्षो से सरकारी रिकॉर्ड में खेत का मेड़ किसानों के रकबा का हिस्सा है परंतु धान की खरीद 2500 रु में करने में कांग्रेसियों की हालत इतनी खराब हो रही है की किसानों का धान कम से कम खरीदना पड़े करके गिरदावरी के नाम पर किसानों के पम्प हाउस, खेत मे बनाये गए नाली और मेड़ को किसान के कुल रकबा में से कम किया जा रहा है जबकि राजस्व अभिलेख में खेत के मेड़, नाली, पंप हाउस का पृथक से उल्लेख नही होता बल्कि मूल रकबा में ही ये सब जुड़ा होता है । कांग्रेस सरकार किसानों के साथ धोखेबाजी कर रही है जिसका पुरजोर विरोध भाजपा करती है और प्रदेश सरकार के इस प्रकार के काले आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग करती है नही तो कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा किसान मोर्चा किसानों को साथ ले आंदोलन को बाध्य होगी ।