जन सहयोग व जनहितकारी की पहचान का पर्व है छैरछैरा

अजय शर्मा सबका संदेश ब्यूरो
धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ राज्य का प्रमुख पर्व है छेर छेरा जिसमें सीएम से आमजन मानस तक की सहभागिता होती है यह पर्व अमीर गरीब सभी के गौरव व जनहितकारी एवं जन सहयोग का पर्व माना जाता है। जानकारी के अनुसार डब्ल्यू एस परिवार से जुड़ी व वरिष्ठ समाज सेविका नविता शर्मा ने आज देशवासियों को छेरछेरा पर्व की बधाई देते हुए मीडिया से उपरोक्त जानकारी साझा की है। नमिता शर्मा ने इस संवाददाता भैरो सिंह को बताया कि जमाने की मान्यता है कि यहां घोर अकाल पड़ा जनता ऋषि मुनि भूख से त्राहि-त्राहि कर रहे तो शाकंभरी माता प्रकट हुई और छत्तीसगढ़ को अन्न जल से परिपूर्ण किया। इसी कारण छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। मान्यता है 20 दिन आपके द्वार पर कोई भी आए और बोले छेरछेरा माई कोठी के धान ल हर्तेहेरा वह व्यक्ति अमीर हो या गरीब हो उसको दान देना पड़ता है गांव में प्रचलन जायदा है शहर में विलुप्त हो गया है फसल कटने के बाद लोग एक हिस्सा इस दिन के लिए अलग रखते हैं। इस अवसर पर पी डब्लू एस प्रमुख आर के पांडे भैरव सिंह सभी परिवार वासियों सहित सभी देशवासियों को छेरछेरा पॉवर की बधाई दी है।