प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होते ही बैकफुट पर आयी महापौर और उनकी परिषद

कार्यक्रमों में जिनकी उपेक्षा की अब उनको अतिथि बनाना मजबूरी बना
मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों को बुलाने पर बनी सहमति
भिलाई तीन। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही भिलाई-चरोदा निगम की भाजपा से जुड़ी महापौर व उनकी परिषद बैकफुट पर आ गए हैं। महाशिवरात्रि पर होने वाले देवबलोदा महोत्सव के लिए इस बार कांग्रेस पार्टी से जुड़े जनप्रतिनिधियों को अतिथि के तौर पर आमंत्रित करने में मौखिक स्वीकृति देते हुए महापौर और उनकी टीम ने इसका अहसास करा दिया है।
भिलाई-चरोदा निगम द्वारा महाशिवरात्रि के अवसर पर प्राचीन शिव मंदिर की प्रसिद्धी बढ़ाने के उद्देश्य से देवबलोदा महोत्सव मनाया जाता है। इस बार होने वाले आयोजन में पहला अवसर होगा कि इसमें कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों को बतौर अतिथि आमंत्रित किया जाएगा। बीते कल निगम सभागार में आयोजित सर्वदलीय बैठक में देवबलोदा महोत्सव की रूपरेखा तय करने के साथ ही अतिथि चयन का मामला भी गरमाया रहा। महापौर श्रीमती चंद्रकांता मांडले की मौजूदगी में हुए इस बैठक में कांग्रेस के पार्षदों का तेवर आक्रामक नजर आया। जबकि महापौर सहित उनकी परिषद और निगम की सत्ता पक्ष से जुड़े पार्षद बैकफुट पर दिखे।
बैठक में हालांकि अतिथियों के नाम को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। लेकिन देवबलोदा महोत्सव में इस बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित गृह, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, पीएचई मंत्री गुरु रुद्रकुमार तथा नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया को अतिथि के रूप में आमंत्रित करने की सहमति बन गई है।
ज्ञातव्य हो कि भिलाई-चरोदा निगम द्वारा मनाये जाने वाले देवबलोदा महोत्सव में इससे पहले पाटन विधायक के रूप में भूपेश बघेल को अतिथि बनाए जाने की कांग्रेसी पार्षदों द्वारा किए जाने वाली मांग को सत्ता पक्ष की ओर से नजरअंदाज किया जाता रहा है। तर्क दिया जाता था कि श्री बघेल का निवास भले ही भिलाई-3 में हो पर वे पाटन के विधायक होने तथा आयोजन स्थल भिलाई-चरोदा अहिवारा विधानसभा रहने से प्रोटोकाल में नहीं आते। लेकिन प्रदेश की सत्ता बदलते ही भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने से सारा समीकरण बदल गया है। अब निगम में सभापति विजय जैन समेत तमाम कांग्रेसी पार्षद यह तर्क दे रहे हैं कि पूर्व में भाजपा के जनप्रतिनिधियों को प्रोटोकाल का हवाला देकर अतिथि बनाया जाता था, अब उसी प्रोटोकाल का पालन करते हुए महापौर व उसकी परिषद इस बार के देवबलोदा महोत्सव में भिलाई-चरोदा में निवास करने वाले मुख्यमंत्री समेत तमाम कांग्रेसी जनप्रतनिधियों को अतिथि के तौर पर आमंत्रित करने खुद होकर पहल करे।