छत्तीसगढ़

नए रंग रोगन के साथ तैयार हुआ आम दर्शनार्थियों के लिए माँ महामाया का दरबार

नए रंग रोगन के साथ तैयार हुआ आम दर्शनार्थियों के लिए माँ महामाया का दरबारसबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-

रिपोर्ट कान्हा तिवारी
15 जून से दर्शनार्थियों के लिए खोलने की

तैयारी पूर्ण, अनिवार्य गाइड लाइन के साथ

हो सकेंगे अब मां महामाया के दर्शन

कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए विश्व प्रसिद्ध सिद्ध शक्तिपीठ मां महामाया देवी मंदिर रतनपुर को 22 मार्च से जिला प्रशासन के दिशा निर्देश पर मां महामाया मंदिर ट्रस्ट रतनपुर ने बैठक में निर्णय लेकर बंद कर दिया था, जहां पर सिर्फ पुजारी ही मंदिर में सुबह दोपहर शाम आरती पूजन किया करते थे। जिसे ट्रस्ट ने 14 जून को बैठक लेने के उपरांत सर्वसम्मति से 15 जून को खोलने का निर्णय लिया है। जहां पर दर्शनार्थियों को केंद्र सरकार की गाइडलाइन अनुसार दर्शन कराने की व्यवस्था पूर्ण कर लिया है।

इस संबंध में महामाया मंदिर ट्रस्ट के मैंनेजिंग ट्रस्टी सुनील सोंथलिया के द्वारा बताया जा रहा है कि ने रतनपुर के महामाया मंदिर को वैश्विक महामारी कोरोना के चलते लोगों को संक्रमण से बचाने पिछले 22 मार्च से बंद कर दिया गया था। रविवार 14 जून को ट्रस्ट की बैठक रखी गई थी, जहां पर सर्वसम्मति से मंदिर को खोलने का निर्णय लिया गया है इस दौरान नगर के पत्रकारों को भी बुलाया गया था। जिसके पश्चात ट्रस्ट के सहयोगीयों को बुलाया गया। अब इस बार केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार पूर्ण तैयारी कर सोमवार 15 जून को मंदिर को खोला जाएगा। मंदिर परिसर में बेरिकेट केे साथ मुख्य द्वार से मुख्य मंदिर तक के सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने विशेष व्यवस्था की गई है। जिसकी निगरानी ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
इसके अलावा बीमार लोगों,गर्भवती,65 साल से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों और 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों का मंदिर के अंदर प्रवेश वर्जित रहेगा।मंदिर के अंदर दर्शन करने जाने वाले सभी दर्शनार्थियों के हाथ को सैनिटाइज कर मास्क लगाना अनिवार्य होगा। इस दौरान मंदिर के अंदर किसी भी प्रकार की फूल माला प्रसाद अथवा कोई भी सामग्री ले जाना प्रतिबंधित रहेगा। मंदिर पहुंचने वाले दर्शनार्थियों को पहले की तरह मंदिर के अंदर में पुजारियों से मिलने वाला जल प्रसाद टीका माला मौली आदि नहीं मिलेगा। वही किसी भी दर्शनार्थी को मंदिर के अंदर बैठने एवं दंडवत होकर पूजा पाठ करने की अनुमति नही होगी। साथ ही श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर और परिसर में मौजूद मूर्तियों और घंटी को छूना पूरी तरह से वर्जित रहेगा।

दर्शनार्थियों के लिए दो प्रकार की व्यवस्था की गई है जनरल व्यवस्था और वीआईपी व्यवस्था भी किया गया है सभी दर्शनार्थी जूते चप्पल बेल्ट अपने वाहन में रखेंगे थर्मल स्क्रीनिंग होगी जिसका टेंपरेचर ज्यादा होगा वह मंदिर में दर्शन नहीं कर पाएगा मंदिर के प्रवेश द्वार पर ऑटोमेटिक हैंड सेनीटाइजर मशीन लगा है इसका प्रयोग कर ही श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। वही लॉक डाउन के दौरान महामाया ट्रस्ट के द्वारा द्वारा कई निर्माण कार्य सम्पन्न कराए गए है। जो 30 वर्षों से महामाया मंदिर गर्भ गृह प्रवेश द्वार के पास देवी देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित थी। उन्हें मंदिर परिसर में ही स्थापित किया गया है। जिससे व्यवस्था के साथ ही माता के दरबार की भव्यता और बढ़ गई है,चारों तरफ मार्बल लगाने के साथ ही प्रवेश और दर्शन स्थल को सुगम बनाया गया है। ट्रस्ट किसी भी प्रकार की पुरातत्व विभाग के बगैर अनुमति के कोई कार्य नहीं करेगी।

 

 

 

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