सूचना नहीं है साधना, साधना में नहीं होती सूचना

श्रेष्ठ साधु व्यापारी बुद्धि का त्यागी होता है-आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज जी.
भिलाई। आज नेहरू नगर श्री पाŸवनाथ दिगंबर जैन मंदिर में परम पूज्य आचार्य 108 श्री विशुद्ध सागर महाराज जी के अमृत वचनों से ससंघ श्री 1008 जिनेंद्र भगवान के मंगल अभिषेक शांतिधारा भक्तों ने किया। आज परम पूज्य 108 आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज जी के स्वर्ण कलश से पाद प्रक्षालन का सौभाग्य रवि संजीव कासलीवाल सुप्रसिद्ध उद्योगपति समाजसेवी अरविंद जैन बी ई सी समूह, दानमल पोरवाल, प्रदीप जैन बाकलीवाल, मनीत जैन ,जितेंद्र जैन, डॉक्टर आरके जैन ने आचार्य श्री को श्रीफल अर्पण कर पाद प्रक्षालन करते हुए मां जिनवाणी शास्त्र अरविंद जैन ने भेंट किया । जानकारी देते हुए अहिंसा प्रचारक प्रदीप जैन बाकलीवाल ने बताया कि इइनेहरू नगर जैन मंदिर में विराजमान परमपूज्य श्रमणाचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज संघ का तीन दिनी प्रवास चल रहा है। कलशारोहण व मूर्ति स्थापना के लिए यह प्रवास है। समाज को उन्होंने संबोधित करते हुए कहा प्रत्येक प्राणी को उसको अपना स्वयं का दर्शक बनना होगा। अपने सुख दुख का अन्वेषण करना होगा स्वयं निर्णय करना होगा कि वह स्वयं में कर्ता है भर्ता है या हर्ता है।
उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ साधु व्यापारी बुद्धि का त्यागी होता है जिसकी व्यापारिक बुद्धि नहीं प्राप्त कर सकता वह सिद्धि में अग्नि तत्व भाव है जबकि व्यापार में कृतत्व भाव है। जब तक एक व्यापारी स्वयं प्रशंसा और दूसरों की हानि के शब्द नहीं सुन लेता तब तक उसे व्यापार की आय का आनंद नहीं आता। उन्होंने बताया कि संपूर्ण आध्यात्मिक जीवन भाव दशा पर निर्भर होता है भाव दशा कर्ता अपने की ओर जा रही है दूसरे की रक्षा की ओर जा रही है या अपनों की रक्षा की ओर जा रही है जो हर्ता हारता नहीं होते हुए डरता है वही व्यक्ति श्रेष्ठ है।
चिंतवन और वेदन में भेद करते हुए उन्होंने कहा कि इस वसुंधरा पर चिंतवन करने वाले बहुत है परंतु वेदन करने वाले न्यून है। वेश से वेदन का बोध नहीं होता, सूचना नहीं है साधना, साधना में नहीं होती सूचना। भोजनालय भोजन नहीं भोजन में भोजनालय नही होता। सूचना धर्म नहीं। धर्म के लिए सूचना है। सूचना वाहक रट्टू तोते होते हैं और जो वेतन करके बोलता है वही श्रेष्ठ वक्ता है। आचार्य श्री सहित 22 मुनियों की आगवानी कर नेहरू नगर समाज हर्षोउल्लासित हुई। इस अवसर पर भागचंद जैन संदीप जैन श्रीकांत जैन डॉक्टर उज्जवल पाटनी आरके जैन, डॉक्टर जिनेंद्र जैन सचिन जैन जैनमं बुक, रविंद्र सिंघई, ज्ञानचंद बाकलीवाल प्रशांत जैन अशोक पहाडिय़ा डॉ मनीष बाकलीवाल डॉक्टर जिनेंद्र जैन भारत जैन अजीत जैन आदि उपस्थित थे।
2 दिसंबर से 8 दिसंबर नसियाजी दुर्ग में होने जा रहे पंचकल्याणक व विश्व शांति महायज्ञ के अधिनायक बनने जाने के लिए यह विहार चल रहा है। आचार्य श्री जी ने संपूर्ण समाज को उनके विकास हुआ मन: शांति के लिए आशीर्वाद प्रदान किया। आज नेहरू नगर मंदिर में शिखर शुद्धि के साथ मंगल ध्वजारोहण का सौभाग्य श्रीमती चेलना जैन मनीत प्रियंका जैन ने किया और नए प्रवचन हॉल का लोकार्पण आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज जी और नमोस्तु कर सत्संग आशीर्वाद से किए दोपहर में अभिव्यक्ति ग्रुप द्वारा मंगलाचरण एवं सैकड़ों इंद्र इंद्ररानियों द्वारा याग मंडल विधान पूजन आचार्य श्री के मंगल आशीर्वाद के साथ किया गया . मंच संचालन महावीर पाटनी क्षितिज जैन ने किया ।