कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने खरीफ,रबी वर्ष 2021-22 में बोई गई फसलों को कीटव्याधि से बचाए रखने के लिए कृषि वैज्ञानिकों एवं तकनीकी अधिकारियों की संयुक्त तकनीकी दलों का किया गठनUnder the “Aapke Dwar Ayushman” campaign, now free Ayushman card will be made till August 31 Under the “Aapke Dwar Ayushman” campaign, now free Ayushman card will be made till August 31

कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने खरीफ,रबी वर्ष 2021-22 में बोई गई फसलों को कीटव्याधि से बचाए रखने के लिए कृषि वैज्ञानिकों एवं तकनीकी अधिकारियों की संयुक्त तकनीकी दलों का किया गठन
कवर्धा, 06 अगस्त 2021। कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने कबीरधाम जिले में खरीफ एवं रबी वर्ष 2021-22 में बोई गई फसलों को कीटव्याधि से बचाए रखने के लिए मैदानी स्तर पर फसलों के सतत निरीक्षण एवं कीटव्याधि का प्रकोप पाए जाने पर कृषकों एवं मैदानी कार्यकर्ताओं को उचित समय तकनीकी सलाह देने, समाचार पत्रों के माध्यम से कृषकों को तकनीकी सुझाव, बुलेटिन जारी करने के लिए जिले में पदस्थ कृषि वैज्ञानिकों एवं तकनीकी अधिकारियों की संयुक्त तकनीकी दलों का गठन किया है।
कलेक्टर कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार उच्च तकनीकी दल निर्धारित रूटों पर प्रत्येक सोमवार एवं मंगलवार को संपूर्ण फसल अवस्था सीजन में (माह जुलाई 2021 से फरवरी 2022 तक) खेतों का भ्रमण कर कीट व्याधि का निरीक्षण करेंगे एवं मुख्य ग्रामों में कृषकों से सामूहिक संपर्क स्थापित कर कीटव्याधि नियंत्रण के लिए तकनीकी सलाह देंगे तथा निम्न प्रपत्र में कीट व्याधि से हुई क्षति का आकलन तथा उपचार के लिए की गई कार्रवाही कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा को अवगत कराएंगे। इसके साथ ही कीट व्याधि के नियंत्रण के लिए छत्तीसगढ़ शासन कृषि विभाग मंत्रालय रायपुर के आदेशानुसार डीपीएसएयू का गठन किया गया है। जिसमें अध्यक्ष कृषि विभाग के उपसंचाल श्री एमडी डडसेना, सदस्य के रूप में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ एवं प्रमुख वैज्ञानिक श्री बी.पी त्रिपाठी, कृषि विभाग के श्री एस.पी सिंह एवं सहसपुर लोहारा के कृषक प्रतिनिधि श्री परसराम राजपुत और संबंधित विकासखंड स्तर के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी शामिल है। उक्त निगरानी एवं सलाह समिति (डीपीएसएयू) समय-समय पर क्षेत्र भ्रमण करेगें एवं विकासखंडों से कीटव्याधि की अत्याधिक प्रकोप की सूचना प्राप्त होने पर डियग्नोस्टिव टीम की तरह कार्य करते हुए प्रभावी नियंत्रण के कार्य करेगें। डीपीएसएयू के संयोजक समिति की पाक्षिक बैठक भी सुनिश्चित करेंगे।