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मुस्लिमों से सीख ले ब्राम्हण व क्षत्रिय समाज-सांसद ब्रजभूषण

सेंट्रल इंडिया कुश्ती प्रतियोगिता का सांसद ने पहवानों को दांव देकर किया शुभारंभज्.. सांसद का किया सम्मान

भिलाई। आज सेंट्रल इंडिया कुश्ती प्रतियोगिता का उद्घाटन लोकसभा सांसद एवं भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह, कुश्ती संघ के प्रदेश अध्यक्ष विरेन्द्र यादव, चेयरमेन जी.सुरेश बाबे, वशिष्ट नारायण मिश्रा ने किया। लोकसभा सांसद एवं भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के भिलाई प्रवास के अवसर पर क्षत्रिय कल्याण महासभा द्वारा उनका आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन सेक्टर 7 स्थित महाराण प्रताप भवन में किया गया। उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से लगातार पांच बार के सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह सेंट्रल इंडिया कुश्ती प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिये एक दिवसीय प्रवार पर भिलाई पहुंचे है। श्री सिंह के भिलाई आगमन पर हर्ष प्रकट करते हुये क्षत्रिय समाज के लोगों ने उनको महाराणा प्रताप भवन के प्रांगण में आमंत्रित किया था। भवन में पहुंचने पर श्री सिंह ने बजरंग बली एवं माता दुर्गा की पूजा अर्चना की। उसके बाद भवन के सभागार में उनको साफा पहनाकर एवं शाल श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया।

क्षत्रिय कल्याण महासभा के महामंत्री अरविंद सिंह ने गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने सांसद  ब्रजभूषण शरण सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि उनका भिलाई आगमन खेल के कारण संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को फिट इंडिया का मंत्री दिया है। जिसे आत्मसात किये जाने की जरूरत है। उन्होंने चिंता जताई कि ऐसे समय में जब देश में युवाओं की संख्या सर्वाधिक है, फिटनेस में भारत की स्थिति निराशजनक है। उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि आस्टे्रलिया और चीन जैसे देशों में फिटनेस का औसत 80 प्रतिशत से अधिक है वहीं भारत में फिटनेस का औसत मात्र 30 प्रतिशत ही है। इस स्थिति पर नियंंत्रण पाना बेहद आवश्यक है। भिलाई में खेल गतिविधियों की जानकारी दिये जाने पर उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की और गतिविधियों में क्षत्रिय समाज से अधिकाधिक भागीदारी करने का आव्हान किया। समाज में व्याप्त कुछ कुरीतियों पर प्रहार करते हुये उन्होंने कहा कि क्षत्रित एवं ब्राहमण जैसे अग्रणी समाज को मुस्लिमों से सीख लेने की जरूरत है। किसी भी प्रकार का कर्म करने में शर्म करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुये कहा कि खेती किसानी का काम केवल मजदूरी के भरोसे छोड़ देने से ही समाज की कृषि के क्षेत्र में भी पिछड़ता जा रहा है। कृषि आय का बड़ा हिस्सा केवल मजदूरी में चला जा रहा है। इसलिए शर्म छोड़कर कर्म करने से देश में बेरोजगारी से भी मुक्ति मिलेगी।

इस अवसर पर खुशी सिंह, सतपाल सिंह, मानवेन्द्र सिंह, रविशंकर सिंह, राकेश सिंह, अश्विनी सिंह, अभय सिंह, जगन्नाथ् यादव, गाया यादव, भगवान पहलवान, राजमंगल यादव, श्रीकांत पहलवान, श्रवण पहलवान, उस्मान खान, रामविलास, छोटेलाल, संतु यादव, नोहर यादव, बृजमन यादव उपस्थित थे।

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