रक्षा बंधन पर बहने थाली पर रखें ये सात चीजें

रक्षा बंधन पर बहने थाली पर रखें ये सात चीजें
सहसपुर लोहारा
पण्डित देव दत्त दुबे
सहसपुर लोहारा राखी का त्योहार एक ऐसा पर्व है जिसका हर भाई-बहन को बड़ी ही बेसब्री से इंतजार होता है। रक्षाबंधन में बहनें अपने भाईयों को राखी बांध कर अपने रिश्तों को और भी ज्यादा गहरा करती हैं। इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 3 अगस्त सोमवार को मनाया जा रहा है।
राखी बांधने के शुभ मुहूर्त को ध्यान रखा जाता हैं। लेकिन इसके अलावा राखी की थाल बहुत महत्व रखती हैं। इस दिन बहनें बड़े ही प्यार से राखी की थाल सजाती है। जिसमें वह भाई की आरती उतारती है। फिर रांखी बांधती है। जानिए शङ्कराचार्य जी के परम् कृपापात्र शिष्य पण्डित देव दत्त दुबे से राखी की थाल में कौन-कौन सी चीजें होना जरुरी माना जाता है।
हिंदू धर्म में हर मांगलिक कार्यों में कुमकुम का इस्तेमाल शुभ माना जाता है। कुमकुम का लाल रंग प्रेम, उत्साह, साहस, उमंग और शौर्य का प्रतीक माना जाता है। इसीलिए भाई को राखी बांधने से पहले टीका लगाया जाता है। आप चाहे तो रोली, कुमकुम या फिर हल्दी से तिलक लगा सकती हैं।
पूजा-अर्चना में हल्दी को तिलक व चावल से साथ इस्तेमाल किया जाता है। इससे भाई के भाग्य के साथ-साथ समृद्धि होती है।
अक्षत के रुप में आप चावल का इस्तेमाल कर सकती है। बस इस बात का ध्यान रखें कि चावल टूटा न हो। इसे भाई को कुमकुम, हल्दी आदि का टीका लगाकर चावल लगा दें।
भाई को तिलक लगाने के बाद दीपक जलाकर आरती करना शुभ माना जाता है।
भाई के लाइफ में हमेशा मिठास घुली रहे इसलिए उसकी मनपसंद मिठाई जरूर रखें।
रक्षा और प्रेम का प्रतीक राखी को अपनी थाल में रखें। अगर आप राखी नहीं खरीद पाई हैं तो कलावा को भी राखी के तौर पर बांध सकती हैं।
राखी बांधते समय पढ़ें ये मंत्र
माना जाता है कि भाई को राखी बांधते समय मंत्र पढ़ना शुभ होता है। ऐसे में आप भाई की कलाई पर राखी बांधते समय रक्षाबंधन के मौके पर पुरोहित और बहनें इस पौराणिक मंत्र ‘येन बद्धो बलि राजा,दानवेन्द्रो महाबल: तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि रक्षे माचल माचल:’ का उच्चारण कर सकती हैं। इस मंत्र का अर्थ है- जिस रक्षासूत्र से माँ लक्ष्मी जी के द्वारा महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, उसी रक्षाबंधन से मैं तुम्हें बांधता हूं,बांधती हूँ जो तुम्हारी रक्षा करेगा ।