छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

कोरोना काल के चलते अलग-अलग स्थलों पर चुनिंदा जोड़ों का हो रहा विवाह, परिणय सूत्र में आज 52 जोड़े बंधे

पाँच स्थलों में हुआ आयोजन, मानस भवन में आयोजित कार्यक्रम में वर-वधु को आशीर्वाद देने पहुँचे विधायक श्री अरुण वोरा
जिले के 28 स्थलों में 5 मार्च तक आयोजित होंगे विवाह कार्यक्रम, 293 युवक-युवती बंधेंगे परिणय सूत्र में
दुर्ग / 16 फरवरी 2021/ कोरोना काल के चलते सामूहिक रूप से होने वाले मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के विवाह अब जिले में अलग-अलग स्थलों में अलग-अलग तिथियों में हो रहे हैं ताकि बड़ी संख्या में भीड़ न जुटे। 5 मार्च तक पूरे जिले में इस तरह से 28 चिन्हांकित स्थलों में 231 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। आज भी महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न परियोजनाओं में विवाह हुआ। दुर्ग शहरी में मानस भवन में 12 जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधे। इन्हें विधायक श्री अरुण वोरा ने आशीर्वाद दिया तथा इनके सुखद वैवाहिक जीवन की कामना की। इसके साथ ही आज धमधा के पथरिया में 10 जोड़ों ने अहिवारा के अकोला में भी 10 जोड़ों ने तथा पाटन के आमालोरी में 10 और जामगांव एम के ग्राम तर्रा में 10 जोड़े वैवाहिक सूत्र में बंधे। इस अवसर पर मानस भवन में आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन में विधायक श्री वोरा ने नवदंपत्तियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि ये आप लोगों के जीवन का सुखद क्षण है। आप लोगों के इस सुंदर क्षण में आप लोगों के बीच उपस्थित होने में हमें भी सुख का अनुभव हो रहा है। यह अच्छी बात है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के माध्यम से जिले में बड़ी संख्या में युवाओं का विवाह संपन्न हो रहा है। कोविड को देखते हुए अलग-अलग स्थलों पर अलग-अलग समय पर विवाह का आयोजन भी अच्छा निर्णय है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन ने बताया कि पाँच तारीख तक वैवाहिक कार्यक्रमों का शेड्यूल निर्धारित कर दिया गया है और इस संबंध में तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। 27 को मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़ेंगे- मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 5 मार्च तक विवाह आयोजित होंगे। मुख्यमंत्री 27 फरवरी को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में वीडियो काँफ्रेंसिंग के माध्यम से नवदंपत्ति को आशीर्वाद देंगे। वैदिक मंत्रोच्चारों के बीच विवाह संपन्न- आज मानस भवन वैदिक मंत्रोच्चारों से गूँज उठा। विवाह संपन्न कराने वाले पंडितों ने वैवाहिक अनुष्ठान भी संपन्न कराया। साथ ही वैवाहिक अनुष्ठानों के संबंध में भी लगातार जानकारी दी। उन्होंने विवाह के अवसर पर होने वाले मंगल कार्यक्रमों के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पंजीयन का समय 9 बजे रखा गया था। साढ़े नौ बजे वैवाहिक श्रृंगार सामग्री का वितरण किया गया। साढ़े दस बजे बारात निकली। 1 बजे तक विवाह संपन्न हुआ। इसके बाद बिदाई कार्यक्रम हुआ ।

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