*पुलिस के मुखबिर तंत्र, खुफिया विभाग एवं साइबर सेल सब बेरला के हाईटेक सटोरियों के सामने पस्त*
*(लगातार खबरों के प्रकाशन व शिकायतों के बावजूद बेरला के सट्टेबाजी रैकेट पर कोई कार्यवाही नहीं)*
*बेमेतरा/बेरला:-* ज़िला के ब्लॉक मुख्यालय व नगर पंचायत बेरला इन दिनों सट्टेबाजी के गैरकानूनी कारोबार के लिए कुख्यात होने लगा है। क्षेत्र में बेरला के अलावा, कुसमी व सोढ़ सहित दर्जनों अड्डों व ठिकानों पर दिनदहाड़े जमकर लाखों रुपये का सट्टा-पट्टी लिखा जा रहा है। जिसमे सट्टा खेलने वाले आदतन खिलाड़ी जमकर दांवबाज़ी के खेल में हाथ आजमा कर पुलिस प्रशासन को चुनौती दे रहे है। जिसके सामने पुलिस प्रशासन पूरी तरह ढेर नज़र आ रही है। लिहाजा देखा जाए तो क्षेत्र में फैले सट्टेबाजी के नेटवर्क व जाल को ढूंढ पाने में पुलिस की मुखबिर तंत्र से खुफिया विभाग व साइबर सेल तक के टीम के अफसर व कर्मी अभीतक नाकाम व फ्लॉप साबित हो रहे है, क्योंकि अभीतक की कार्यवाही में पुलिस प्रशासन को सिर्फ छोटे-मोटे सटोरियो को ही पकड़ने में कामयाबी मिल पाई है, जबकि बड़े स्तर के मुख्य खाईवाल आज भी क्षेत्र में खुलेआम घूमकर अपने हाईटेक नेटवर्क को मजबूत करने में लगे है।शासन-प्रशासन की कार्यवाही आमजनमानस की नज़रों में महज खानापूर्ति की औपचारिकता व दिखावा ही साबित हो रही है। क्योंकि एक ओर बेरला क्षेत्र के दर्जनों ठिकानों पर सटोरियो व खिलाड़ियों के बीच लाखों रुपये का अवैध खेल हो रहा है, वही पुलिस की टीम को सिर्फ महज कुछ हज़ार के इकाई आकड़ो के साथ सटोरिये मिल रहे है, जो क्षेत्रवासियों को भरे पेट नह पच रहा है। बताया जा रहा है कि इस खेल में मुख्य खाईवाल का कुछ नामचीन राजनीतिक हस्तियों एवं बड़े बड़े विभागीय जिम्मेदार अफसरो के साथ साठगांठ है। लिहाजा कार्यवाही के नाम पर महज़ औपचारिकता निभाकर मुख्य खाईवाल को खुश करते हुए माई-मौसी का प्रगाढ़ सम्बन्ध निभाया जा रहा है, जो बड़ी चिंताजनक है। वही पुलिस की नाक के नीचे रोजाना लाखों रुपये का कारोबार होने से बेरला सहित आसपास इलाको का वातावरण बुरा असर पड़ने के साथ नगर-क्षेत्र की छवि भी खराब हो रही है। जिस पर जिला के कप्तान व उपकप्तान की टीम को तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। क्योंकि वर्तमान में बेरला क्षेत्र सटोरियो के लिए काफी सुरक्षित व बिग हॉटस्पॉट बनकर उभर रहा है। जो कि क्षेत्र में शासन-प्रशासन की क़ानून व्यवस्था पर भी खुल्ला चुनौती है।