COVID-19:कोरोना वॉरियर्स की संख्या में भी पिछड़े हैं बिहार और यूपी, कैसे लड़ेंगे महामारी से | Bihar and Uttar Pradesh faces challenges to fight COVID-19-corona warrior nodgm | patna – News in Hindi

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, COVID-19 से जंग के लिए लॉन्च किए गए कोरोना वॉरियर्स पोर्टल के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि बिहार और यूपी जैसे राज्यों के लिए इस महामारी से लड़ाई के दौरान मेडिकल स्टाफ की कमी गंभीर मुद्दा है. उदाहरण के तौर पर देशभर में जहां एक लाख की आबादी पर 333 डॉक्टर हैं, वहीं पोर्टल पर रजिस्टर्ड आंकड़ों पर गौर करें तो बिहार में डॉक्टरों की संख्या आधी भी नहीं है. वहीं यूपी में भी सिर्फ 157 डॉक्टर ही एक लाख की आबादी पर कोरोना वॉरियर के रूप में रजिस्टर्ड हैं. इसी तरह नर्सेस, फार्मासिस्ट और अन्य मेडिकल स्टाफ की संख्या भी देश के बाकी राज्यों के मुकाबले बिहार और यूपी में काफी कम है.
इन बिंदुओं पर गौर करें
1. मेडिकल स्टाफ – डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कर्मियों व एनजीओ सदस्यों की संख्या में भी बिहार और उत्तर प्रदेश अन्य राज्यों से पिछड़े हुए हैं. देशभर में ये आंकड़ा जहां एक लाख की आबादी पर 333 का है, वहीं बिहार में एक लाख लोगों के लिए 133 और यूपी में 157 मेडिकल स्टाफ ही हैं. पश्चिम बंगाल में यह संख्या 256, मध्य प्रदेश में 281, तेलंगाना में 283 और राजस्थान में 322 है. गौरतलब है कि पिछले 18 मई तक इन सभी राज्यों में COVID-19 संक्रमितों की संख्या 1000 के ऊपर पहुंच चुकी है.2. कोरोना वॉरियर्स पोर्टल पर देशभर के आशा कार्यकर्ताओं, मनरेगा कर्मियों, पंचायत सेवकों, एनसीसी कैडेट भी जुड़े हुए हैं. इन्हें ऑक्जिलरी रिसोर्स पर्सनल कहा गया है. इनमें भी बिहार और यूपी के कोरोना वॉरियर्स की संख्या कम है. पोर्टल पर दिए गए डेटा के मुताबिक, देश में एक लाख की आबादी पर इन कोरोना वॉरियर्स की संख्या जहां 682 है, वहीं बिहार-यूपी इस मामले में भी अन्य राज्यों से पीछे हैं. बिहार में एक लाख की आबादी पर जहां 447 ऐसे कोरोना वॉरियर्स एक्टिव हैं, वहीं यूपी में यह संख्या 459 का है. वहीं, राजस्थान में 538, महाराष्ट्र में 593, तेलंगाना में 565, मध्य प्रदेश में 710, पश्चिम बंगाल में 817, पंजाब में 1099, कर्नाटक में 734 ऑक्जिलरी वॉरियर्स कोरोना की रोकथाम में लगे हुए हैं.
COVID-19 पोर्टल पर एक नजर
– केंद्र सरकार के इस पोर्टल पर देशभर के 45.81 लाख हेल्थ केयर स्टाफ रजिस्टर्ड हैं.
– इनमें 9.27 लाख MBBS डॉक्टर हैं, जबकि 17.48 लाख नर्सेस रजिस्टर्ड हैं.
– मेडिकल स्टाफ में MBBS इंटर्न, ऑक्जिलरी नर्स-मिडवाइव्स, डेंटिस्ट, आयुष डॉक्टर, फिजियोथेरेपिस्ट, साइकोलॉजिस्ट, फिजिशियन आदि भी रजिस्टर्ड हैं.
– कोरोना वॉरियर्स की लिस्ट में 2.17 लाख डेंटिस्ट भी शामिल हैं. वहीं 11.25 लाख फार्मासिस्ट का नाम भी है.
– 1.79 लाख रिटायर कर्मी, 17.91 लाख NSS स्वयंसेवक, 62 हजार NCC कैडेट्स ने भी कोरोना वॉरियर्स के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया है.
– इसके अलावा सिविल डिफेंस के 57 हजार और 1 लाख से ज्यादा होमगार्ड्स भी इस पोर्टल पर रजिस्टर किए गए हैं.
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