परिणामों पर नही प्रयासों पर ध्यान दें युवा, ‘स्वयं सेवा से स्वयं सिद्ध‘ कार्यक्रम में युवाओं को किया प्रेरित.
‘युवोदय‘ कार्यक्रम का किया शुभारंभ.
भूपेंद्र साहू ब्यूरो चीफ 96 91 444 583
बिलासपुर – जिला प्रशासन और यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से स्वयं सेवको के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘स्वयं सेवा से स्वयं सिद्ध‘ आयोजित किया गया। प्रार्थना सभा हॉल में यूनिसेफ के ‘युवोदय‘ कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ कलेक्टर अवनीश शरण ने किया। युवाओं के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने मेहनत करने और तनाव प्रबंधन की सीख दी व कैरियर से जुड़ी कई अहम बाते साझा की। राष्ट्रीय स्तर के मोटिवेशनल स्पीकर दीपक तरैया ने स्वयं सेवकों को प्रशिक्षित किया कार्यक्रम में जिले के 100 चयनित स्वयं सेवकों को यह प्रशिक्षण दिया गया।
जिला प्रशासन और यूनिसेफ द्वारा युवाओं को सामाजिक सरोकारों से जोड़ने के उद्देश्य से जिले में युवोदय कार्यक्रम शुरू किया गया है जिसक औपचारिक शुभारंभ कलेक्टर अवनीश शरण ने यूनिसेफ के अधिकारियों के साथ किया। जिले में 14 सौ पंजीकृत स्वयं सेवक है, जो कि विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहें है। जिसमें प्रमुख रूप से मनोबल वॉलेन्टियर्स है, जो मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का कार्य कर रहें है। कार्यक्रम में कलेक्टर अवनीश शरण ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे परिणाम पर नही प्रयास पर फोकस करें। युवाओं के साथ अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बताया कि किस तरह अपने प्रयासों से उन्हे ये मुकाम हासिल हुआ। 10 वीं में आए अपने कम नंबरो का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कभी भी असफलता को अपने ऊपर हावी न होने दे और प्रयास करते रहें सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने स्वयं सेवकों से कहा कि उनकी भूमिका शासन की योजनाओं से आम जन को जोड़ने में महत्वपूण है और स्वयं सेवा का यह अवसर जो उन्हे मिला है इसका बेहतर इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि युवाओं को शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए।
राष्ट्रीय स्तर के मोटिवेशनल स्पीकर दीपक तरैया ने अपने प्रभावी सत्र के जरिए युवाओं को स्वयं सेवा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने छोटी-छोटी कहानियों, प्रसंग और अपने अनुभवों को साझा करते हुए युवाओं में स्वयं सेवा के लिए ऊर्जा का संचार किया व उन्हें सामाजिक मुद्दों को उठाने व सुलझाने की सीख दी।
कार्यक्रम में एडीशनल एसपी अर्चना झा ने भी अपने अनुभव साझा किये और युवाओं से कहा कि यदि समस्या है तो उसका समाधान भी है। अपने जीवन के उद्देश्यों के लिए रास्तें तलाशें और स्वयं सेवा के माध्यम से काम करने का जो अवसर आपको मिला है उसमें सक्रिय भागीदारी निभाएं और बदलाव में अपनी भूमिका निभाएं ।
यूनिसेफ के संचार विशेषज्ञ श्री अभिषेक सिंह ने कार्यक्रम के उद्देश्यों की जानकारी दी और युवोदय कार्यक्रम में स्वयं सेवकों द्वारा किये जा रहें कार्यों का संक्षिप्त विवरण दिया। कार्यक्रम में यूनिसेफ के राज्य सलाहकार राहिल सूबेदार, यूनिसेफ के जिला नोडल अधिकारी पंकज सिंह, जिला समन्वयक रूमाना खान, मनोबल जिला समन्वयक योगेश पुरोहित व विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के लोग उपस्थित थे।