ताजमहल के नीचे क्या है? शाहजहां और मुमताज के उर्स पर खुला तहखाना, तो सामने आया राज
आगरा. देश-दुनिया में इस समय वैलेंटाइन-वीक सेलिब्रेट किया जा रहा है. यह प्रेम करने वालों का त्योहार है. ऐसे में मोहब्बत की निशानी के तौर पर पहचाने जाने वाले विश्व प्रसिद्ध धरोहर ताज महल का जिक्र लाजिमी है. इन दिनों इसीलिए बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आगरा पहुंच रहे हैं. अपने पार्टनर के साथ आगरा पहुंचे लोगों को इन दिनों यहां ताज महल के भीतर छुपे उन रहस्यों को भी जानने का मौका मिल रहा है, जिसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है. जी हां, ताजमहल के नीचे बने तहखाने में ऐसा राज छुपा है, जिसे जानने और समझने के लिए हर साल पर्यटक आते हैं.फरवरी के महीने में ताज महल में मुगल बादशाह शाहजहां और उनकी बेगम मुमताज का उर्स होता है. उसी समय ताज महल का यह रहस्यमयी तहखाना खोला जाता है. मंगलवार से शाहजहां और मुमताज का 369वां उर्स शुरू हो गया है. तीन दिनों तक चलने वाले इस उर्स के मौके पर ताजमहल का तहखाना खोला गया. आपको बता दें कि इसी तहखाने में मुगल बादशाह और उनकी बेगम की असली क़ब्र है, जिसे पर्यटकों के लिए खोला जाता है. उर्स के मौके पर इस साल फिर यह तहखाना खुला, तो दोनों कब्रों पर चादरपोशी हुई. फ़ताह हुई और दुआ मांगी गई. नमाज में दुआ मांगी गई कि देश में अमन और चैन बरकरार रहे. फ़ताह व दुआ के बाद कव्वाली, मुशायरा और मिलाशरी का आयोजन किया है.
साल में एक बार ही खुलता है ये तहखाना
शाहजहां मुमताज के 369वें उर्स के मौके पर ताजमहल के तहखाना के भीतर मौजूद असली कब्र पर्यटकों के लिए खोली गई. ये असली कब्र शाहजहां और मुमताज के उर्स के मौके पर ही साल में एक बार खोली जाती है. इसलिए बड़ी संख्या में पर्यटक उर्स का इंतजार करते हैं. इसी समय तहखाना में पर्यटकों को जाने की इजाजत मिलती है. उर्स के दौरान दोपहर 2 बजे से सूर्यास्त तक पर्यटकों के लिए ताजमहल में प्रवेश नि:शुल्क रहा.
अमन चैन और भाईचारा बनाए रखने की अपीलहालांकि कुछ हिंदू संगठनों ने उर्स का विरोध भी किया. अखिल भारतीय हिंदू महासभा की तरफ से कहा गया कि उन्होंने इसको लेकर कोर्ट में वाद दाखिल किया है. लेकिन उर्स कमेटी के अध्यक्ष इब्राहिम जैदी ने कहा है कि मुगल बादशाह शाहजहां के समय से उर्स मनाया जा रहा है. मुगल बादशाह शाहजहां अपनी बेगम मुमताज का उर्स मनाते थे. सैकड़ों सालों से यह परंपरा चली आ रही है. इसलिए विरोध करना कहीं से भी वाजिब नहीं है. हम सभी से अमन चैन और भाईचारा बनाए रखने की अपील करते हैं. मीडिया के जरिए उर्स को लेकर कोर्ट में वाद दाखिल करने की सूचना मिली है, लेकिन अभी तक कोई नोटिस नहीं आया है.