पीरियड्स के दिनों में न करें ये 5 चीजें, सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर

हर महीने होने वाले पीरियड्स महिलाओं को स्वस्थ रहने की निशानी होती है। लेकिन हममें से अधिकांश महिलाएं बस ये चाहती हैं कि 3 से 5 दिन जल्दी से कट जाएं इनमें दर्द और समस्याएं कम से कम हो। लेकिन कई बार न चाहते हुए भी पीरियड्स में कई तरह की समस्याएं जैसे पेट दर्द, ऐंठन और शरीर में कमजोरी जैसी समस्याएं हो जाती हैं। कई चीजें ऐसी होती है, जो पीरियड्स पर नेगेटिव असर डालने के साथ इसके लक्षणों को भी बढ़ाती हैं। कई बार अनजाने में हम ऐसी गलतियां कर बैठते है, जो पीरियड्स में होने वाली परेशानियों को बढ़ाती है। आइए जानते हैं शारदा क्लीनिक के फिजिशियन डॉक्टर केपी सरदाना से कि पीरियड्स पर नेगेटिव असर डालने वाली चीजों के बारे में।
वजन में बदलाव
अचानक से वजन बढ़ना या घटना पीरियड्स में होने वाली समस्याओं को बढ़ा सकता है। अधिक वजन होने से एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ सकता है और हार्मोन में असंतुलन हो सकता है। वहीं कम वजन होने से एस्ट्रोजेन की कमी हो सकती है। जिसके कारण अनियमित मासिक धर्म, खराब मूड और कम मासिक धर्म जैसे लक्षण होते हैं।
अत्यधिक व्यायाम
पीरियड्स में बहुत ज्यादा व्यायाम करना भी नुकसानदायक हो सकता है। बहुत अधिक व्यायाम शरीर को तनाव में डाल सकता है और पीरियड्स भी अनियमित हो सकते हैं। ज्यादा व्यायाम करने से बेहतर है कि शरीर को हेल्दी रखने के लिए तैराकी, एरोबिक्स और पैदल चलने जैसे हल्के व्यायाम करें।
तनाव
पीरियड्स पर ज्यादा तनाव लेने से भी नेगेटिव असर डालता है। तनाव के कारण हार्मोन असंतुलित होते है। साथ ही तनाव लेने से पेट में दर्द और ऐंठन की समस्या भी हो सकती है। तनाव लेने से मूड खराब होने के साथ सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है।
नींद की कमी
कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने के साथ पीरियड्स में भी परेशानी होती है। कम नींद की वजह से मेलाटोनिन का स्तर बाधित हो सकता है, जो पीरियड्स के लक्षणों को बढ़ा सकता हैं। पीरियड्स के समय पर कोशिश करें कि 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें।
कैफीन का ज्यादा सेवन
कैफीन का ज्यादा सेवन को बढ़ा सकता है। कैफीन के ज्यादा सेवन से ब्लड फ्लो बढ़ सकता है और नींद आने में भी दिक्कत हो सकती है। इस समस्या के साथ इससे चिंता, अनिद्रा, तनाव और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षणों की संभावना भी बढ़ती है।
पीरियड्स पर नेगेटिव असर डालती हैं ये चीजें। हालांकि, पीरियड्स में ज्यादा परेशानी होने पर डॉक्टर की राय अवश्य लें।