कप्तान छेत्री ने मुझे प्रेरित किया: छांगते – captain chhetri inspires me, Says chhangate
भारतीय फुटबॉल टीम के सितारे लल्लियनजुआला छांगते ने कहा है कि कप्तान सुनील छेत्री के शब्दों ने उन्हें बहुत प्रोत्साहित किया और उनके करियर में दबाव कम करने में मदद की। नेपाल के खिलाफ सैफ चैम्पियनशिप 2015 में अपने पहले मुकाबले में गोल करने वाले छांगते ने कहा कि अपने पहले ही अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले में छेत्री ने उनके कन्धों पर हाथ रखकर दबाव कम कर दिया था।
भारतीय फुटबॉल टीम के फेसबुक पेज पर लाइव प्रसारण के दौरान छांगते ने कहा, मैं लीजेंड सुनील भाई के साथ खेलने पर थोड़ा सा घबराया हुआ था। वह अबतक के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं, जिनके साथ मैं खेला हूं। मैं नेपाल के खिलाफ मुकाबले के दौरान बच्चा सा था और जब हाफ टाइम के बाद संजू भाई की जगह मैं मैदान में आया तो सुनील ने मेरे कंधे पर हाथ रख सारा दबाव दूर कर दिया। युवा खिलाड़ी ने कहा, मैं जब भी मैदान पर जाता हूं तो उनके कहे हुए शब्द मेरे कानों में सुनाई पड़ते है। उन्होंने कहा था कि आप मैदान की अपनी साइड में हो तो गेंद को जल्द से जल्द पास करने और दिशा को नियंत्रित करने का प्रयास करो, लेकिन जब आप आक्रमण करते हैं तब आपको जोखिम लेने से डरना नहीं चाहिए।
छांगते ने कहा, छेत्री ने कहा था कि मेरे अंदर क्षमता है और मुझे बस अपना स्वाभाविक खेल खेलने की आवश्यकता है। कप्तान से इन शब्दों को सुनने के बाद मैं बेहद उत्साहित था। टीम में सभी ने मेरे साथ छोटे भाई की तरह व्यवहार किया और मुझे घर जैसा महसूस हुआ। 23 वर्षीय खिलाड़ी छांगते ने अपने पहले मुकाबले में आखिरी दस मिनटों में दो गोल दाग कर भारत को नेपाल के खिलाफ 4-1 से आसान जीत दर्ज कराने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने उस मुकाबले की यादों को ताजा करते हुए कहा, जेजे ने छाती से गेंद रोक कर मेरी तरफ दखेल दी और मैंने विपक्षी टीम के एक डिफेंडर को छकाने के बाद गोल के दाएं कॉर्नर पर गेंद मार दी। पहले तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ और बाद में मुझे एहसास हुआ कि मैंने गोल दाग दिया है।
छांगते इस गोल के बाद भारतीय फुटबॉल के इतिहास में गोल करने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए थे। उनसे पहले भारत के लिए जैरी और पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने यह कारनामा किया था। 23 वर्षीय खिलाड़ी ने पिछले वर्ष गुजरात के अहमदाबाद में हीरो इंटरकॉन्टिनेंटल कप 2019 के दौरान सुनील छेत्री के साथ मिल कर दक्षिण कोरिया के खिलाफ भी गोल दागा था। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में राष्ट्रीय टीम प्रतिस्पर्धा बढ़ी है और खिलाड़ी लगातार खेल में सुधार करने का प्रयास कर रहे हैं। हर दिन टीम में प्रतिस्पर्धा कड़ी हो रही हैं लेकिन यह अच्छा है क्योंकि इससे अधिक मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है।