छत्तीसगढ़

85 वर्षों से लगातार ग्राम जैतपुरी में बाल कलाकार रामलीला का कर रहे मंचन

85 वर्षों से लगातार ग्राम जैतपुरी में बाल कलाकार रामलीला का कर रहे मंचन

गांव के बाल कलाकारों में लिया भाग

हर्षोल्लास के साथ मनाया गया असत्य पर सत्य की जीत का पर्व

शासकीय प्राथमिक शाला मैदान में बुराई के प्रतीक दशानन रावण के 30 फीट ऊंचे पुतले का दहन बुधवार को लगभग शाम 6:00 बजे श्री रामचंद्र जी के द्वारा किया गयाक्षेत्र में विजयदशमी पर्व धूमधाम से मनाया गया ।इस दौरान सास की प्राथमिक शाला मैदान में रावण का धन देखने के लिए आसपास के गांव से भारी भीड़ उमड़ी।

देव यादव सबका संदेश न्यूज रिपोर्टर

बेमेतरा/ नवागढ़/ विकासखंड के ग्राम जैतपुरी में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी चार दिवसीय रामलीला का कार्यक्रम आयोजित किया गया । ज्ञात हो कि ग्राम जैतपुरी में 85 वर्षों से रामलीला हो रहा है । लगभग 85 वर्षों से परंपरागत रूप से प्रतिवर्ष ग्रामीण अंचल के बाल कलाकारों द्वारा रामायण के आधार पर रामलीला का प्रस्तुतीकरण किया गया । इस वर्ष भी रामलीला का आयोजन किया गया । रामलीला आयोजन समिति के प्रमुख माखन गिरि गोस्वामी बोधराम, घनाराम राजपूत ने बताया कि इस वर्ष रामलीला का आयोजन आरियडया किष्किंधाकांड , लंका कांड पर बाल कलाकारों द्वारा किया गया । कांड , रामायण वंदना , गणेश वंदना , सरस्वती वंदना , शंकर पार्वती , राम दरबार , दुर्गा झांकी , शबरी मिलन , नारद गमन , मैदानों का आना , बाली सुग्रीव युद्ध मेघनाथ लक्ष्मण युद्ध , हनुमान सुग्रीव पर्वत पर जाना , राम हनुमान सुग्रीव का मिलन , कुंभकरण वध सहित रामायण के अन्य भागों का रामलीला में कलाकारों द्वारा मंचन किया गया । राम – रावण का युद्ध राज तिलक का कार्यक्रम भी दिखाया गया । जिसमें ग्रामीण अंचल आसपास के ग्रामीण कार्यक्रम का आनंद लिए।
बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में विजयादशमी ग्राम जैतपुरी में हर्षोल्लास पूर्वक परंपरागत ढंग से मनाया गया । शासकीय प्राथमिक शाला मैदान में 30 फीट ऊंचे रावण के पुतले का वनवासी की वेशभूषा में भगवान श्रीराम किया । इसके पश्चात लोगों ने , अपने बड़े , बुजुर्गों परिजनों एवं दोस्तों को सोन पत्र भेंट कर आशीर्वाद लिये और दशहरा की शुभकामनाएं दी । वहीं दशहरा मैदान से घर पहुंचने पर घर की वरिष्ठ महिलाएं अपने पुत्रों , नाती पोतों का आरती कर टीका लगातीं एवं श्रीफल भेंट करती रहीं ।

जैतपुरी सरपंच ड्रा घनश्याम प्रसाद यादव ने कहा कि दहन पुतलों का नहीं बुरे विचारों का करना होगा । श्रीरामचंद्र का करके स्मरण हर रावण से लड़ना होगा । उन्होंने कहा कि बुराई पर अच्छाई , अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की जीत का यह महापर्व सभी के जीवन में नई ऊर्जा व प्रेरणा का संचार करे । इस दौरान सभी ग्रामवासियों को दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं दी । दशानन रावण दहन देखने के लिए हजारों की संख्या में ग्रामीणों सहित आसपासके लोग प्रतिवर्ष की भांति जुटे रहे । श्रीराम , लक्ष्मण माता सीता एवं वानर । सेना की झांकी विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा । श्रीराम , लक्ष्मण माता सीता एवं वानर सेना की झांकी सुसज्जित वाहन के द्वारा नगर का भ्रमण कराते हुए प्राथमिक शाला मैदान लाया गया । आतिशबाजी व भजन कीर्तन टोली के साथ प्रभु श्री राम जी का रथ निकाला गया , जिसमें सवार प्रभु श्री राम , लक्ष्मण व सीता के साथ ही हनुमान विराजमान रहे ।प्रभू श्रीरामचंद्र के द्वारा बुराइयों का प्रतीक दशानन रावण का दहन शाम लगभग 6 बजे किया गया । रावण जलने के उपरांत गांव का परंपरा बच्चों युवाओं ने सोनपत्ती ( घटोल ) देकर अपने बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद प्राप्त करते रहे । वहीं ग्रामीण जन अपनी परंपराओं का निर्वहन करते हुए रावण दहन होने उपरांत घर पर दीपक जलाकर बड़े बुजुर्ग सहित बच्चों को नारियल फल देकर घर पहुंचने पर आरती उतारकर स्वागत किया गया ।

और में निकली गई प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण व मां सीता की झांकी और बाजे गाजे के साथ सभी मोहल्लों का भ्रमण कराया गया।कार्यक्रम में कलाकारों द्वारा आयोजन समिति के सदस्य टेकेस्वर गोस्वामी चन्द्रभान शिवानन्द किसन रामचरण परमेश्वर दिपक पुनित राजपूत धनीराम राजपूत घनाराम, रामचरण वर्मा रामकृष्ण, चंद्रकुमार, कुलेश्वर, महेंद्र एवं, अन्य ग्रामीण कलाकार रामलीला में अपने सहयोग प्रदान किया

देव यादव सबका संदेश न्यूज रिपोर्टर नवागढ़ बेमेतरा छत्तीसगढ़ 9098647395

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