अध्यक्ष पद प्रत्याशी बी एल कुर्रे ने दिया आर डी देशलहरा को अपना समर्थन

भिलाई। गुरूघासीदास सेवा समिति के कार्यकारिणी के लिए आगामी 27 मार्च को होने वाले चुनाव में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी बी एल कुर्रे ने जय सतनाम पेनल की ओर से अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे आर डी देशलहरा को अपना समर्थन दे दिया। श्री कुर्रे ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नामांकन वापस लेने की तिथि समाप्त हो गई है, और मुझे तीर कमान छाप चुनाव चिन्ह भी आबंटित हो गया है, इसलिए नाम वापस नही ले सकता लेकिन मैँ अपने समर्थकों के साथ अपना पूरा समर्थन श्री देशलहरा को दे रहा हूं और अपने समर्थकों सहित समाज के लोगों से आग्रह करता हूं कि जय सतनाम पैनल के श्री देशलहरा को उगता सूरज छाप को अपना वोट दे। श्री कुर्रे ने कहा कि श्री देशलहरे मेरे छोटे भाई की तरह है, वे शुरू से ही मेरा मार्गदर्शन लेते रहे है। जय सतनाम पैनल के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी आर डी देशहलरा को ही अपना समर्थन क्यों दे रहे है का जवाब देते हुए बी एल कुर्रे ने कहा कि श्री देशलहरा को समाज का कोई भी व्यक्ति किसी कार्य के लिए आधी रात को भी आवाज देते है तो वे बिना देरी किये उसी वक्त वे सहयोग के लिए पहुंच जाते है, वे समाज के किसी भी कार्य के प्रति बेहद समर्पित होकर कार्य करते है। श्री देशलहरा के विजयी होने पर समाजहित का कार्य बहुत ही तेजी से होगा।
इस अवसर पर जय सतनाम पैनल के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी आर डी देशलहरा ने इस दौरान बताया कि गुरूघासीदास सेवा समिति के कार्यकारिणी के चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे बी एल कुर्रे और मेरी उनसे मुलाकात हुई और हमने अपना चुनाव लडऩे का विजन बताया तो श्री कुर्रे को बहुत ही पसंद आया और समाजहित में उन्हेांने मुझे अपना समर्थन दे दिया। मुझे समर्थन दे रहे बी एल कुर्रें अभी हाल ही में जिला शिक्षा अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए है, वे दुर्ग में भी रहे है, और शिक्षा अधिकारी रहते हुए उन्होंने दुर्ग में भी बहुत से अच्छे कार्य किये है, यहां 8 हजार से अधिक लोग मतदाता है, इन मतदाताओं के साथ ही उनकी सामाजिक पकड़ बहुत ही अच्छी है, उनके द्वारा मुझे दिये जा रहे समर्थन से मेरी जीत आसान हो जायेगी।
श्री देशलहरा ने आगे बताया कि चुनाव जीतने के बाद मेरा विजन है कि सबसे पहले मैँ सतनाम भवन सेक्टर 6 में लिफ्ट लगाऊंगा क्योंकि बहुत से बुजुर्ग ऐसे है जो सीढी चढकर उपर के फ्लोर पर नही जा पाते है। इसके अलावा सतनाम भवन में आज सबसे अधिक एक बड़े जनरेटर की है। क्योंकि यहां जब बडे बड़े कार्यक्रम होते रहते हैं या शादी पार्टी के लिए भवन किराये पर दिया जाता है और अचानक बिजली चली जाती है और घंटो नही आती है तो बहुत की दिक्कत का सामना करना पड़ता है। इसलिए यहां एक बड़ेे जनरेटर की खरदी करने के साथ ही यहां कि साहित्यिक गतिविधियां लगभग ना के बराबर हो गई है उसको प्रारंभ करने के साथ ही इस परिसर के सौन्दर्यीकरण के लिए गार्डनिंग एवं अन्य कार्य करवाने के साथ ही समाज के लोगों द्वारा दिये गये सुझाव और सलाह के अनुसार और आवश्यक कार्योँ को अंजाम दूंगा।
श्री देशलहरे अपने समाज के लोगों से अपील किये है कि समाज हित और यहां के विकास कार्यों के लिए हमारे जय सतनाम पैनल के अध्यक्ष पद के लिए मुझे एवं महासचिव पद के लिए शांतिलाल मिरचे, कोषाध्यक्ष के लिए कुंजेलाल कोसले,सहसचिव पद के लिए तीन लोगों रेशमलाल धृतलहरे, आनंद बघेल, टिकम सिंह जाटवर को अपना मत देकर विजयी बनाये।
इस दौरान शांतिलाल मिरचे, कुंजेलाल कोसले, रेशमलाल धृतलहरे, आनंद बघेल, टिकम सिंह जाटवर एवं समाज के वरिष्ठजन टी आर कोसरिया, रामजी गायकवाड़,मोतीलाल मारकन्डे सहित समाज के अन्य लोग मौजूद थे।