दिवाली की रौनक पर फिर सकता है पानी

जिससे दीपों के पर्व की रौनक फीकी पड़ सकती है। दरअसल दक्षिण पश्चिम मानसून तो छत्तीसगढ़ से विदा हो चुका है, लेकिन देश में बने दो चक्रवातों के कारण मौसम ने एक बार फिर अपना मिजाज बदल दिया है।
बस्तर में अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 48 घंटे तक रायपुर समेत प्रदेश के विभिन्न इलाकों में गरज-चमक के साथ बूंदा बांदी हो सकती है। वहीं बस्तर संभाग केे सभी जिलों में हल्की से तेज बारिश हो सकती है। लिहाजा संभाग के लिए अलर्ट भी जारी किया गया है।
ये हैं दो चक्रवात
मौसम केंद्र रायपुर के मौसम वैज्ञानिक जनकराम साहू ने नवप्रदेश को बताया कि राजस्थान के मध्य हिस्से में समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर चक्रवात बना हुआ है। वहीं दूसरा चक्रवात उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिम क्षेत्र में समुद्र तल से &.8 किमी की ऊंचाई पर बना हुआ है। इन्हीं दोनों चक्रवातों की वजह से छत्तीसगढ़ व इससे सटे अन्य राज्यों में बारिश हो रही है। साहू के मुताबिक यह क्रम और दो-तीन दिन तक चल सकता है। यह भी हो सकता है कि दिवाली में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिले।
इसलिए फीकी रह सकती है दिवाली
छत्तीसगढं को धान का कटोरा कहा जाता है। यहां की प्रमुख फसल धान है। किसान इसकी कटाई में जुट गए हैं। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक धान के खेतों की जमीन अब भी गीली है, किसानों को वैसे ही कटाई में परेशानी जा रही है। ऐसे में थोड़ी भी बारिश किसानों की समस्या को और बढ़ा देगी। किसान कटी फसल को मिस नहीं पा रहे हैं और न ही बेच पा रहे हैं। लिहाजा उनके पास दिवाली तक पैसा आने की उम्मीद कम ही है। इसलिए दिवाली पर वे मनमुताबिक खर्च भी नहीं कर पाएंगे। जिससे बाजारों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है
दोनों चक्रवातों के कारण छत्तीसगढ़ में बारिश हो रही है। अगले 48 घंटे तक के लिए बस्तर संभाग में अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश व उससे सटे अन्य राज्यों के हिस्सों में बारिश का यह क्रम दिवाली तक भी बना रह सकता है, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। हालांकि इस दौरान भारी बारिश के आसार नहीं है।
-जनकराम साहू, मौसम वैैज्ञानिक, मौसम केंद्र, रायपुर
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