धर्म

कहीं आप तुलसी के पौधे पर गलत दिन तो नहीं चढ़ा रहे जल? इन 3 चीजों से रखें दूर

तुलसी के पौधे को नियमित रूप से पूजने से जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आते हैं। वहीं पौधे में जल चढ़ाने से मन शांत रहता है और धीरे-धीरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से हफ्ते में एक दिन ऐसा होता है, जिस दिन तुलसी में जल चढ़ाना सही नहीं माना जाता है।माना जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, वहां कभी भी नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती है। सनातन धर्म में इसे सबसे पवित्र पौधा माना गया है। धार्मिक मान्यता के हिसाब से तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी होती हैं। जो लोग नियमित रूप से तुलसी के पौधे की पूजा करते हैं, उनके यहां सुख-समृद्धि की बढोत्तरी हमेशा होती रहती है। वैसे तुलसी की पूजा-पाठ के कुछ नियम हैं। इन नियमों में ये भी बताया गया है कि आखिर तुलसी को किस दिन नहीं छूना चाहिए और ना ही इसे जल चढ़ाना चाहिए। चलिए जानते हैं कि आखिर ये दिन कौन सा है और इसी दिन के लिए ऐसा करने से क्यों मना किया जाता है?

तुलसी के पौधे से जुड़ा नियम

नियमित रूप से तुलसी के पौधे को जल देना काफी शुभ होता है। रोजाना जल चढ़ाने से तुलसी का पौधा हरा-भरा रहता है। माना जाता है कि ये जितनी स्वस्थ होगी, घर में उतनी ही बरकत होगी। ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से रविवार के दिन तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इस दिन तुलसी के पत्ते को भी तोड़ना गलत है। रविवार के अलावा एकादशी, चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण वाले दिन भी तुलसी में जल नहीं चढ़ाया जाता है। इन दिनों में भी तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए। धार्मिक मान्यता के हिसाब से रविवार के दिन मां तुलसी विष्णु जी के लिए निर्जला व्रत रखा करती हैं। अगर उन पर जल चढ़ा दिया जाए तो उनका व्रत टूट जाता है। ऐसे में इस दिन जल चढ़ाने से बचना चाहिए।

तुलसी के पौधे के पास ना रखें ये चीजें

तुलसी के पौधे से जुड़े कुछ वास्तु नियम भी हैं। इन नियमों का पालन ना किया जाए तो घर को वास्तु दोष लगता है। शास्त्र के हिसाब से तुलसी के पौधे के पास शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। इसके पीछे एक पौराणिक कथा प्रचलति है। दरअसल भगवान शिव ने मां तुलसी के पति का वध किया था। यही वजह है कि तुलसी के पौधे के पास कभी भी शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। इसके अलावा तुलसी के पास कभी भी झाड़ू और जूते-चप्पल नहीं रखने चाहिए।

डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)

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