कार्तिक पूर्णिमा पर शिवनाथ तट पर लगा मेला, हजारों लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी
कार्तिक पूर्णिमा पर शिवनाथ तट पर लगा मेला, हजारों लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी
भिलाई। हिन्दू धर्म की पवित्र तिथि कार्तिक पूर्णिमा पर सोमवार को दुर्ग की गंगा शिवनाथ नदी में हजारों लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। सुबह ब्रह्ममुहुर्त पर शिवनाथ में हजारों लोगों ने स्नान कर देवों के ना दीपदान किया। इस दौरान नदी तट पर मेले जैसा माहौल दिखा। नदी तट पर भीड़ ऐसी कि लोगों को पैर रखने की जगह नहीं मिल रही थी। स्नान के बीच तट पर ढोल बाजे की गूंज व आतिशबाजी का अद्भूत नजारा भी देखने को मिला। दीपदान के बाद नदी पर दोनों ओर स्थित शिवालयों में जल चढ़ाने श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। हिन्दू पंचाग में कातिक मास का विशेष महत्व होता है। इस महीने विभिन्न पर्व मनाए जाते हैं। एक तरह से कार्तिक मास त्योहारों का महीना भी माना जाता है। मान्यता है कि देवउठनी एकादशी के बाद से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक देवता पांच दिन का उत्सव मनाते हैं। देव उठनी एकदाशी के दिन क्षीरसागर में भगवान विष्णु लंबी निद्रा के बाद जागे थे और पूर्णिमा के दिन वे देवलोक पहुंचते हैं। जहां उनके आगमन पर सभी देवी. देवताओं ने दीपमाला जलाकर उनका स्वागत किया था। इसलिए कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली भी कहा जाता है। पवित्र नदियों में आज के दिन स्नान करने से उत्तम फल की प्राप्ति होती है। शिवनाथ नदी के साथ तालाबों में हुआ दीपदान कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर द्विन सिटी दुर्ग-भिलाई में उत्सव सा माहौल दिखा। अल सुबह 3 बजे से ही लोग शिवनाथ नदी के लिए रवाना होने लगे। सूरज निकलने से पहले स्नान व दीपदान को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह नजर आया। शिवनाथ नदी के अलावा दुर्ग जिले में बहने वाली खारुण नदी तट पर भी देव दीपावली की सुबह दीपदान हुआ। नदी के साथ ही शहर के विभिन्न तालाबों में भी देवों के नाम पर दीपदान किया गया। शिवनाथ नदी तट पर कार्तिक पूर्णिमा के पुण्य स्नान को लेकर होने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।