Dividend stocks: शेयरधारकों के लिए खुशखबरी! ये 5 बड़ी कंपनियां देने जा रही है डिविडेंड, देखें डेडलाइन

Dividend Stocks: देश की ये बड़ी कंपनियां जैसे HDFC बैंक, ICICI बैंक, मुथूट और HCL जल्द ही अपने निवेशकों को डिविडेंड देने वाली है। इसका मतलब है कि ये कंपनियां अपने मुनाफे में से शेयरधारकों को कुछ हिस्सा लौटाएगी। इन कंपनियों के फाइनेंशियल रिजल्ट और रिकॉर्ड डेट की जानकारी सामने आई है। इसलिए अगर आप भी इन कंपनियों से डिविडेंड पाना चाहते हैं तो आपको रिकॉर्ड डेट से पहले उनके शेयर खरीदने होंगे।
HDFC बैंक
HDFC बैंक की बोर्ड मीटिंग 19 अप्रैल 2025 को होने वाली है। इस मीटिंग में 31 मार्च 2025 को खत्म हुए वित्त वर्ष के नतीजों को मंजूरी दी जाएगी। साथ ही डिविडेंड देने का फैसला और रिकॉर्ड डेट तय हो सकती है। इसके अलावा बैंक पूंजी जुटाने के लिए लंबी अवधि के बॉन्ड्स और परपेचुअल डेट इंस्ट्रूमेंट्स (पूंजी जुटाने के लिए) जारी करने का प्रस्ताव भी रख सकता है।
ICICI बैंक भी उसी दिन करेगा फैसला
देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक ICICI बैंक की भी बोर्ड मीटिंग 19 अप्रैल 2025 को तय है। इसमें सालाना वित्तीय नतीजों के साथ लाभांश देने का निर्णय लिया जाएगा। साथ ही, बैंक विदेशी बाजारों से बॉन्ड या नोट्स जारी कर फंड जुटाने पर भी विचार करेगा। डेट सिक्योरिटीज के बायबैक यानी पुनः खरीद का मुद्दा भी एजेंडे में शामिल है।
मुथूट फाइनेंस की मीटिंग 21 अप्रैल को
मुथूट फाइनेंस की बोर्ड मीटिंग 21 अप्रैल 2025 को होने जा रही है। इसमें अंतरिम डिविडेंड यानी अंतरिम लाभांश की घोषणा की जा सकती है। इसके अलावा बोर्ड कंपनी को ज्यादा उधार लेने की अनुमति देने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मांग सकता है।
HCL टेक्नोलॉजीज
HCL टेक्नोलॉजीज की बोर्ड मीटिंग 22 अप्रैल 2025 को है, जिसमें कंपनी अपने वार्षिक वित्तीय नतीजे घोषित करेगी और साथ में डिविडेंड पर निर्णय ले सकती है।
महिंद्रा लॉजिस्टिक्स
वहीं, महिंद्रा लॉजिस्टिक्स की मीटिंग 21 अप्रैल 2025 को होगी, जिसमें कंपनी फाइनल डिविडेंड की सिफारिश कर सकती है और AGM से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।