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Shivraj Singh Chouhan exclusive interview on Labour reforms, Migrants-farmers problems madhya Pradesh | EXCLUSIVE: श्रम सुधारों से उद्यमियों को मिलेगी राहत, 12 घंटे की शिफ्ट में मिलेगा दोगुना वेतन: शिवराज सिंह चौहान | bhopal – News in Hindi

EXCLUSIVE VIDEO: श्रम सुधारों से उद्यमियों को मिलेगी राहत, 12 घंटे की शिफ्ट में मिलेगा दोगुना वेतन: शिवराज सिंह चौहान

न्‍यूज़18 हिंदी डिजिटल के साथ खास बातचीत में मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि श्रम सुधारों (Labour reforms) से इंस्‍पेक्‍टर राज खत्‍म होगा, निवेश की संभावना बढ़ेगी.

नई दिल्‍ली. श्रम कानूनों में बदलाव करने से मध्‍य प्रदेश में (Madhya Pradesh) उद्योगों की स्‍थापना और फैक्‍टरियों के कामकाज के तरीके में तेजी आएगी. इन सुधारों से मजदूरों की दशा सुधरेगी और इंस्‍पेक्‍टर राज का खात्‍मा होगा. इन सुधारों से मजदूरों का कोई अहित नहीं होगा. मजदूरों की 8 घंटे की शिफ्ट को बढ़ाकर 12 घंटे किए जाने को लेकर भ्रम की आवश्‍यकता नहीं है. यह मजदूरों की मर्जी पर है कि वे ओवरटाइम करना चाहते हैं या नहीं. जो मजदूर 8 के बजाय 12 घंटे ड्यूटी करेंगे, उन्‍हें दोगुना वेतन मिलेगा. मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने न्‍यूज18 हिंदी डिजिटल (New18 Hindi Digital) के साथ स्‍काइप के जरिये किए गए इंटरव्यू में यह बात कही.

एक दिन में होगा उद्योगों का रजिस्‍ट्रेशन
मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण बदले हालात में उद्योग को सुगम बनाने की कोशिश की जा रही है. इसी की दृष्टि से श्रम कानूनों में बदलाव किया गया है. अब कोई भी उद्यमी फैक्‍ट्री लगाने के लिए एक दिन में सारी मंजूरी प्राप्‍त कर सकता है. उसे अपने दफ्तर में अब 63 रजिस्‍टर रखने की बजाय सिर्फ एक ही रजिस्‍टर रखना होगा. इसके अलावा इंस्‍पेक्‍टर भी अब तीन महीने में एक बार ही फैक्‍ट्री की जांच करने जा सकेंगे. इस सवाल पर कि इससे उद्यमी निरंकुश नहीं हो जाएंगे, शिवराज ने कहा कि यह इंस्‍पेक्‍टर राज से मुक्ति की दिशा में एक कदम होगा. उन्‍होंने कहा कि उनकी कोशिश है कि इस नई व्‍यवस्‍था से चीन छोड़कर जा रही कंपनियों को मध्‍य प्रदेश लाने में आसानी होगी.

मजदूरों के हितों का पूरा ख्‍याल रखा जाएगा
इस सवाल पर कि मजदूरों के काम के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 कर देने से क्‍या मजदूरों के शोषण का द्वार नहीं खुल जाएगा, चौहान ने कहा कि ऐसा नहीं है. मजदूर को आजादी है कि वह 8 घंटे काम करने के बाद ओवरटाइम करना चाहता है या नहीं. अगर वह 12 घंटे काम करता है तो उसे दोगुना वेतन मिलेगा. श्रम न्‍यायालय के दायरे में आने वाली कंपनियों के लिए 100 कर्मचारी की संख्‍या को बढ़ाकर 300 कर्मचारी कर देने से क्‍या ज्‍यादातर छोटी कंपनियों के कर्मचारी न्‍याय से वंचित नहीं हो जाएंगे, इस सवाल पर मुख्‍यमंत्री ने कहा कि मजदूरों के लिए न्‍याय के दरवाजे खुले हैं. यह व्‍यवस्‍था इसलिए की गई है कि छोटे छोटे मामले अदालत में जाने से फैक्‍ट्री मालिक काम कम और अदालतबाजी में ज्‍यादा फंस जाता है.

बाहर फंसे मजदूर धैर्य रखें
मध्‍य प्रदेश के बहुत से मजदूर इस समय बाहर के राज्‍यों में फंसे हैं. उनमें से सैकड़ों मजदूर पैदल या साइकिल या दूसरे ऐसे ही तरीकों से मध्‍य प्रदेश के लिए चल दिए हैं. ऐसे ही 16 मजदूरों की औरंगाबाद में रेल से कटने से मौत भी हो गई. इन मजदूरों के लिए उनके पास क्‍या प्‍लान है, इस सवाल पर चौहान ने कहा कि सरकार ट्रेन और बसों से मजदूरों को वापस लाने की व्‍यवस्‍था कर रही है. लेकिन मजदूरों की संख्‍या अधिक है और वाहनों की संख्‍या सीमित. ऐसे में मजदूर धैर्य बनाएं, एक-एक कर सभी मजदूरों को वापस ले आया जाएगा.

किसानों को मिले सही कीमत, इसलिए व्‍यापारी खरीद सकेंगे अनाज

चौहान ने कहा कि मंडी समिति के अलावा निजी आढ़तियों और दूसरे लोगों को भी किसान से अनाज खरीदने की छूट दी गई है. इससे सरकारी मंडियों पर दबाव कम होगा और किसान को भी अपनी बारी की प्र‍तीक्षा नहीं करनी पड़ेगी. अनाज खरीदी के लिए अब निजी क्षेत्र की मंडियों का समय आ गया है. ऐसा करने से किसानों को फायदा ही होगा.

हमें कारोना के साथ जीना सीखना होगा
इस सवाल पर कि आपने उद्योगों के लिए कई घोषणाएं की हैं, लेकिन कोरोना के कारण जिस तरह देश का अधिकांश हिस्‍सा बंद है, सार्वजनिक परिवहन भी बंद है और मजदूर भी यहां वहां फंसे हुए हैं, तब यह फैसले कब तक अपना असर दिखा पाएंगे. शिवराज ने कहा कि किसी को नहीं पता कि कोरोना पूरी तरह से कब खत्‍म होगा. न यह ही पता है कि इसकी दवा कब बनकर आई है. ऐसे में लोग जीना और कामकाज करना तो नहीं छोड़ सकते. हमें कामकाज पर लौटना होगा और कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी होगी.

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First published: May 8, 2020, 4:30 PM IST



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