लद्दाख घटना के बाद बदला नजरिया, चीन से तल्खी के बीच भारत-वियतनाम की दोस्ती होगी मजबूत

प्रधानमंत्री मोदी और वियतनाम के प्रधानमंत्री न्गुयेन शुआन फुक 21 दिसंबर को वर्चुअल शिखर सम्मेलन में बातचीत करेंगे। चीन से रिश्तों में आई तल्खी के बीच उसके पड़ोसी वियतनाम से भारत के बढ़ते रिश्ते को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सूत्रों ने कहा, यह प्रधानमंत्री मोदी का कोरोना काल में 9वां वर्चुअल शिखर सम्मेलन होगा। किसी भी आसियान देश के साथ यह पहला होगा। वियतनाम इस वर्ष आसियान समूह का अध्यक्ष भी है। सूत्रों ने कहा कि शिखर सम्मेलन में भारत वियतनाम अपने रणनीतिक, व्यापारिक और सामरिक संबंधों की समीक्षा करेंगे। साथ ही नए समझौते भी होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2018 में वियतनाम का दौरा किया था
इससे पहले साल 2018 में प्रधानमंत्री मोदी ने वियतनाम का दौरा किया था। इस दौरान भारत और वियतनाम के बीच रिश्ते मजबूत हुए थे। इस दौरे में भारत और वियतनाम के बीच समग्र रणनीतिक भागीदारी पर संधि हुई। ये संधि वियतनाम ने सिर्फ रूस और चीन के साथ की है। साल 2018 में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने वियतनाम का दौरा किया था। इसके बाद 2019 में उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी वियतनाम गए थे। वर्ष 2018 में वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई और प्रधानमंत्री न्गुयेन शुआन फुक भी भारत आए थे। वियतनाम के साथ होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री मोदी आसियान समिट में हिस्सा ले चुके हैं।
एक्ट ईस्ट के लिहाज से अहम
भारत के लिए वियतनाम एक्ट ईस्ट पॉलिसी के लिहाज से अहम देश है। इसके अलावा इंडो पैसिफिक ओसियन इनिशिएटिव आईपीओआई में भी वियतनाम भारत के लिए महत्वपूर्ण साथी है। वियतनाम उन 11 देशों में से एक है, जहां भारत ने डिफेंस कॉरपोरेशन के चलते मोबाइल ट्रेनिंग टीम भेजी थी।
लद्दाख घटना के बाद बदला नजरिया
सूत्रों ने कहा कि चीन के प्रति भारत का नजरिया लद्दाख घटना के बाद बदल गया है। बदली हुई रणनीति पर काम करते हुए भारत अब चीन के पड़ोसी देशों के साथ अपने संबंध मजबूत करने में जुटा है। गौरतलब है कि भारत अपने इंडियन टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन – आइटेक प्रोग्राम के तहत वियतनाम के सैन्य अधिकारियों को ट्रेनिंग भी दे रहा है। इसके तहत वहां के अधिकारी हर साल भारत में आते हैं। इसके बाद उन्हें सेना, वायु सेना और नौसेना संचालन की ट्रेनिंग के साथ ही कमांडो कार्रवाई का प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
सैन्य उत्पादन उद्योग को बढ़ावा दे रहा है भारत
भारत और वियतनाम रक्षा उद्योग में सहयोग बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं। इसके तहत भारत ने वियतनाम के स्थानीय रक्षा उत्पादन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 600 मिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन दी थी।
दक्षिण चीन सागर में चीन के रवैये से वियतनाम परेशान
सूत्रों ने कहा कि वियतनाम दक्षिण चीन सागर में चीन के तानाशाही रवैये से जूझ रहा है। इस इलाके में चीन अपने पड़ोसी वियतनाम समेत सभी 12 देशों के दावे को खारिज कर दक्षिण चीन सागर पर अपना एकाधिकार जताता रहा है। इस मसले पर भारत और वियतनाम का सहयोग बढ़ा है।
वियतनाम के जरिए आसियान में प्रभाव बढ़ा रहा है भारत
भारत वियतनाम हिंद प्रशांत अवधारणा पर काम करते हुए रक्षा, अर्थव्यवस्था, सांस्कृतिक समेत तमाम क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ा रहे हैं। भारत वियतनाम के जरिए आसियान में भी अपना प्रभाव बढ़ा रहा है।