चक-मक अभियान व सजग कार्यक्रम से बच्चों का समग्र विकास

चक-मक अभियान व सजग कार्यक्रम से बच्चों का समग्र विकास
बेमेतरा सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-
जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रो में चकमक अभियान एवं सजग कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। चकमक अभियान व सजग कार्यक्रम अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा पालकों तथा हितग्राहियों के गृह भ्रमण कर 3 से 6 वर्ष के बच्चों को अनौपचारिक शिक्षा दे रही है। बच्चें अपने घरों में ही रह कर पालकों के साथ विभिन्न गतिविधियाॅं सम्पन्न कर रहें।
चकमक अभियान बच्चों के लिए अभिव्यक्ति का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ है, पूरे परिवार के साथ मिलकर हंसी-खुशी से सीखने-सिखाने का अच्छा अवसर बन गया है। इस अभियान को संचालित करने का उद्ेश्य बच्चों, माता-पिता और दादा-दादी तथा देखभाल करने वालों को वर्तमान स्थिति से निपटने में मदद करना है। आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों के समग्र विकास हेतु चकमक अभियान अंतर्गत लाॅकडाउन के समय पारिवारिक सदस्यों के साथ रचनात्मक गतिविधि में व्यस्त रखने हेतु सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रयास किया जा रहा है। इसी तारतम्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती सविता रजक द्वारा ग्राम गोडमर्रा (साजा) में शासन द्वारा निर्धारित समय सारिणी के अनुसार निर्धारित गतिविधि का आयोजन हेतु पालकों को प्रेरित किया। बच्चों ने खुशी खुशी गतिविधियों में व्यस्त रहते हुए पालकों के साथ अपना समय बिताया। समय सारणी अनुसार बच्चों ने चित्रकारी में अपनी रूचि दिखाई। चित्रकारी में उन्होंने अपने पसंद के चित्र बनाकर अपना कला का प्रदर्शन किया। चित्रकारी न केवल कागज पर प्रस्तुत किया परंतु पत्तों और फूलों से भी अपना रचनात्मक प्रतिभा दिखाया। बच्चें मिट्टी से भी खिलौना बना रहें जिसमें मिट्टी से हाथी,घोड़ा, ऊट, विभिन्न फल केला, सेब, गाड़ी-मोटर तथा रसोई बर्तन, चुल्हा, कड़ाई इत्यादि सामग्री बना रहें हैं। यह सब बच्चों के शारीरिक, मानसिक तथा रचनात्मक विकास में सार्थक पाया गया है।
गतिविधियों के दौरान कार्यकर्ता एवं पालक बच्चों को हर्षोउल्लास के साथ अनौपचारिक शिक्षा देने में सफल हो पाये है। पालक बच्चों के विभिन्न गतिविधियों में सक्रियता से सम्मिलित हो रहे है। पालकों का कहना है, चकमक अभियान के गतिविधियों से वे बच्चों के कलाकृति को उभार रहे है। परिवार में समस्त सदस्य चकमक अभियान से प्रसन्न है और हर्षोउल्लास का वातावरण का आनंद ले रहे हैंै।
सजग कार्यक्रम के तहत् अभिभावकों के लिए विभाग से प्राप्त आॅडियों-वीडियों संदेश पर्यवेक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा स्मार्ट फोन में भेजा जा रहा है। बेमेतरा जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी आंगनबाड़ी में कार्यक्रम संचालित हो रहा है। सजग कार्यक्रम अंतर्गत पालकों को अपने बच्चों के साथ सार्थक समय बिताने हेतु दिशा प्राप्त हुई है। वर्तमान में शासन से सात आॅडियो क्लिप प्राप्त हुए है। 1.अपनी कहानी, 2. बच्चों में बेचैनी 3. अनचाहा व्यवहार 4. गुड़िया का समय 5. पुनर्विचार 6. पौधा, पानी और धूप 7. घर में कलह जैसे विषय शामिल है। इन आॅडियो क्लिप्स के संदेशो को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा पर्यवेक्षक गृह भ्रमण के दौरान बच्चों एवं उनके पालकों को सुना रहे है। तत्पश्चात उस विषय में पालकों से चर्चा भी की जा रही है। कार्यकर्ताओं का यह प्रयास परिवार में हर्षोउल्लास का वातावरण निर्माण कर रहा है। बच्चों के पालक सजग कार्यक्रम से प्रसन्न हंै और बच्चों में विशेष ध्यान दे रहे है
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