छत्तीसगढ़

रोजगार के साथ पेयजल और आजीविका का साधन बनेगा कूप

रोजगार के साथ पेयजल और आजीविका का साधन बनेगा कूप

सबका संदेश कवर्धा, 01 जून 2020। रोजगार गारंटी योजना ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस योजना से पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ ग्रामीणों को रोजगार और आजीविका का साधन मिल रहा है। कबीरधाम जिले के विकासखण्ड पंडरिया के ग्राम पंचायत पोलमी में हितग्राही मूलक सिंचाई कूप निर्माण कार्य से ग्रामीण परिवार लाभान्वित हुए है।

हितग्राही फिरतू पिता कलई के मांग पर महात्मा गांधी नरेगा योजना से 1 लाख 90 हजार रूपए की लागत से सिचाईं कूप का निर्माण कार्य स्वीकृत हुआ है। यहां कार्य फिरतु अपने बाड़ी में करा रहे है। इस कार्य में अब-तक 180 मानव दिवस का सृजन करते हुए 34 हजार 166 रूपए का मजदूरी भुगतान हितग्राहियों को उनके बैंक खाते में किया जा चूका है। फिरतु के परिवार से 4 लोगो को कूप निर्माण से रोजगार मिला है, जिसमे 96 दिवस का रोजगार लेकर 17 हजार 80 रुपए का मजदूरी प्राप्त किया हैं। यह कार्य पोलमी गांव के विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा बहुल स्थान में किया गया है, जहां पर बैगा परिवार रहते है। इस कार्य में दस से अधिक बैगा परिवारों कों तीन सप्ताह का रोजगार मिल गया हैं।
सिचाई कूप निर्माण से मजदूरो को कार्य के एवज में मजदूरी राशि मिल रहीं है तथा फिरतू के लिए सिंचाई का साधन तैयार हो रहा है। कूप निर्माण पूरा हो जाने पर हितग्राही फिरतू अपने बाड़ी की सिंचाई कर साग-सब्जी लगाते हुए आजीविका के नियमनित साधन से जुड़ जायेंगे जिससे उन्हें हमेशा के लिए आय का श्रोत मिलेगा क्योंकि पास के कुई-कुकदूर बाजार में सब्जी की मांग हमेशा बनी रहती है। सब्जी बेचने से नियमनित आय होगी जिससे वो अपने परिवार के जरूरत को पूरा कर सकेंगे। शासन के मंशानुरूप महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अपने मूल उददेश्य हर हाथ को काम की अवधारणा पूरा कर रहा है।

 

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