रानी अहिल्याबाई होल्कर जी की 300वीं जयंती पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक

रानी अहिल्याबाई होल्कर जी की 300वीं जयंती पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक
रानी अहिल्या बाई होलकर जी के 300 वी जयंती के उपलक्ष्य पर नगर पंचायत बिल्हा स्थित देव तालाब परिसर में स्वछता कार्य में शामिल हुए।
तिफरा स्थित कल्याण भवन में भारतीय मजदूर संघ द्वारा आयोजित रानी अहिल्या बाई होलकर जयंती समारोह में शामिल हुए
नगर पंचायत पथरिया में मंडी प्रांगण में पाल समाज द्वारा आयोजित संगोष्ठी कार्यकम में शामिल हुए
कहा – रानी अहिल्या बाई के कार्य सामाजिक समरसता और जनसेवा के लिए प्रेरित करते हैं
आज पुण्यश्लोक राजमाता अहिल्या बाई होलकर जी की 300वीं जयंती के पावन अवसर पर बिल्हा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत नगर पंचायत बिल्हा स्थित देव तालाब परिसर में स्वछता कार्य में शामिल हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक। इस मौके पर उन्होंने क्षेत्र वासियों के साथ मिलकर साफ- सफाई किया साथ ही आम नागरिकों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाये जा रहे स्वछता अभियान के बारे में जानकारी दी और आस- पास के सभी स्थानों पर स्वछता बनाये रखने की अपील की। साथ ही तिफरा स्थित कल्याण भवन में भारतीय मजदूर संघ द्वारा आयोजित जयंती समारोह में शामिल हुए । इस अवसर पर जय घोष एवं बैंड के माध्यम से बालिकाओं द्वारा गीत गा कर उन्हें याद किया गया। तत्पश्चात् नगर पंचायत पथरिया में मंडी प्रांगण में पाल समाज द्वारा आयोजित संगोष्ठी कार्यकम में शामिल हुए
इस अवसर पर श्री कौशिक ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि रानी अहिल्या बाई होलकर जी ने इस सेवा कार्य के माध्यम से हम सभी ने माँ अहिल्या बाई होलकर जी के त्याग, सेवा और जनकल्याण की प्रेरणा को सच्चे अर्थों में आत्मसात करने का प्रयास किया।
उन्होने कहा कि राजमाता अहिल्या बाई होलकर जी भारतीय संस्कृति और महिला नेतृत्व की एक आदर्श प्रतीक थीं। उनका संपूर्ण जीवन लोकसेवा, सामाजिक समरसता और राष्ट्रहित के लिए समर्पित रहा। आज उनकी जयंती पर स्वच्छता के इस संकल्प के साथ हम उनके आदर्शों को स्मरण करते हुए समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की प्रेरणा ग्रहण करते हैं।स्वच्छता केवल एक कर्म नहीं, बल्कि एक संस्कार है, जो समाज को स्वास्थ्य, अनुशासन और गरिमा की दिशा में अग्रसर करता है। सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता बनाकर रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि भारत की सांस्कृतिक एकता और सुशासन का प्रतीक है। रानी अहिल्याबाई होल्कर के करीब 30 वर्षों के शासन को प्रजा कल्याण, राष्ट्र निर्माण और न्याय का स्वर्ण युग रहा है। उन्होंने बताया कि महारानी अहिल्या बाई होल्कर भारतीय इतिहास की ऐसी विलक्षण महिला शासिका थीं, जिन्होंने अपने न्यायप्रिय, धर्मपरायण और लोकसेवी शासन के माध्यम से जनमानस के हृदय में स्थायी स्थान बना लिया. उनका सम्पूर्ण जीवन महिला सशक्तिकरण, सामाजिक समरसता, धार्मिक सहिष्णुता और प्रशासनिक दक्षता का आदर्श उदाहरण है। इस अवसर जिला पंचायत के अधिकारीगण, कर्मचारीगण सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।