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नीट यूजी के सवालों ने छुड़ाए पसीने, चेहरे से मुस्कान गायब, परीक्षार्थी बोले- नीचे जाएगी कटऑफ – NEET UG 2025

कोटा: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA)) की नीट यूजी 2025 परीक्षा रविवार को संपन्न हुई. परीक्षा के बाद अधिकांश परीक्षार्थियों के चेहरे लटके हुए नजर आए. इस बार नीट का पर्चा काफी टफ आया है. इसके चलते एग्जाम के बाद परीक्षार्थियों के चेहरे उतरे हुए नजर आए. परीक्षा देकर बाहर आए अधिकांश कैंडिडेट्स का कहना था कि कटऑफ भी कम रहेगी. परीक्षार्थियों ने यह भी कहा कि पेपर काफी लंबा था. फिजिक्स का पार्ट सबसे टफ था. फिजिक्स के प्रश्नों ने उन्हें परेशानी में डाल दिया. यहां तक कि अभ्यर्थियों से बड़ी संख्या में सवाल छूट भी गए. इसके बाद बायोलॉजी भी काफी कठिन थी. स्टेटमेंट और असर्स रीजनिंग के सवाल पूछे गए. केमिस्ट्री बीते साल से कठिन थी.

एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने कहा कि ओवरऑल अगर प्रश्न पत्र की बात की जाए तो यह बीते साल से काफी कठिन था. फिजिक्स के सवालों ने देश भर में हड़कंप मचा दिया. इसके चलते इस बार कटऑफ कम रहेगी. अधिकांश विद्यार्थी फिजिक्स के चलते परेशानी में आए हैं.चेहरे से मुस्कान गायब: दूसरी तरफ कोटा के परीक्षा केंद्र के बाहर छात्र छात्राएं के चेहरे पर मुस्कान गायब थी. कुछ विद्यार्थी तो रोते हुए बाहर आए. उदयपुर से पेपर देने कोटा आए जयेश खेर का कहना था कि पेपर बहुत कठिन था. पिछली बार से फिजिक्स के सवाल इस बार काफी कठिन थे. यह प्रश्न पत्र पूरा मॉडरेट लेवल पर था यानी सरल और कठिन के बीच का. बायोलॉजी और केमिस्ट्री में थोड़ा ठीक था, लेकिन फिजिक्स का लेवल काफी हाई था.घूमा फिरा कर पूछे सवाल: कोटा में रहकर तैयारी कर रही बिहार की रमशा मेहताब ने कहा कि मेरा पेपर भी एवरेज गया. मुझे काफी हार्ड लगा. फिजिक्स भी काफी हार्ड थी. पिछली बार पेपर लीक हुए तो इस बार काफी टाइट कर दिया गया. मेरे अकॉर्डिंग पूरी तरह हार्ड था. इस बार कटऑफ कम रहने के चांस है. फिजिक्स में सीधे सवाल नहीं पूछे गए. घूमा फिरा कर प्रश्न पूछे गए थे. बायोलॉजी में काफी स्टेटमेंट से प्रश्न पूछे. केमिस्ट्री में बायोलॉजी और फिजिक्स से थोड़ा ठीक थी.केमिस्ट्री, बॉटनी और जूलॉजी का प्रश्न पत्र भी लैंदी : निजी कोचिंग संस्थान के निदेशक डॉ. बृजेश माहेश्वरी का कहना है कि पेपर पिछले वर्षों की तुलना में कठिन रहा है. स्टूडेंट्स फीड बैक और एक्सपर्ट एनालिसिस के अनुसार फिजिक्स के सवाल स्तरीय रहे, जिन्हें टफ कहा जा सकता है. इसके साथ ही केमिस्ट्री का पेपर लैंदी रहा, इसमें मल्टीपल करेक्ट ऑर्डर के सवाल कुछ वर्षों बाद पेपर में शामिल किए गए, जिसमें स्टूडेंट्स उलझते हुए भी दिखे. इसके साथ ही बॉटनी और जूलॉजी का पेपर भी लैंदी रहा. ऐसे में पेपर हल करने में समय अधिक लगा. परीक्षा में कोविड के पहले के पैटर्न को लागू करने और पेपर का स्तर कठिन होने के चलते यह कहा जा सकता है कि बहुत हाई स्कोर करना स्टूडेंट्स के लिए पिछले वर्षों की तुलना में कठिन होगा.

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