शराबबंदी के लिए कांग्रेस पर दबाव बनाने वाली भाजपा अब सत्ता में आते ही खुल कर पिला रही शराब, इसे कौन रोकेगा?

भिलाई। समाजवादी जनता पार्टी (चंद्रशेखर) के राष्ट्रीय महासचिव आर पी शर्मा ने छत्तीसगढ़ में बढ़ती शराबखोरी के चलते अपराध के ग्राफ में ऊंचाई पर चिंता जताई है। उन्होंने इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र भेज कर समूचे छत्तीसगढ़ में सार्वजनिक शराब पीने पर प्रतिबंध लगाने और शराब की वजह से बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाने की मांग की है।
अपने पत्र में आर पी शर्मा ने कहा कि समूचे छत्तीसगढ़ में सड़क से लेकर हर खुली और बंद जगह बेधड़क शराब पी रहे हैं। शराब के नशे में तमाम तरह के जुर्म हो रहे हैं।
आज ऐसा कोई दिन नहीं बीत रहा है जब शराब के नशे में हत्या की खबरें न आए। छत्तीसगढ़ का शांत का माहौल पूरी तरह अशांत होते जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन काल में यही भारतीय जनता पार्टी वाले शराब बंदी की मांग को लेकर हमलावर रहते थे लेकिन अब सत्ता में आते ही सारे भाजपाई चुप्पी साध गए हैं। श्री शर्मा ने कहा कि उन्होंने इसके पहले रमन सिंह और भूपेश बघेल सरकार की शराब नीति पर लिखा था और तब की सरकारों ने कुछ सुधार भी किया। लेकिन बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि आज की भाजपा शासित सरकार छत्तीसगढ़ में शराब की नदियां बहा रही है।
उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ की जनता को बोलने की ताकत को भी समाप्त कर दिया गया है। शराब लोगों के दिमाग में चढ़ कर घिनौना खेल कर रही है। कहीं पुलिस कर्मी तो कहीं प्रशासनिक अफसरों पर हमले हो रहे हैं। एडीएम तक दौड़ाए जा चुके हैं। प्रदेश के कई हिस्सों में हत्याएं हो रही हैं। कानून-व्यवस्था का पूरे प्रदेश में मजाक उड़ रहा है। हर जिले के आबकारी विभाग की जांच होनी चाहिए कि शराब और दूसरे तमाम तरह के नशे का अवैध व्यापार किसके सहारे किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार पुलिस को यह कहती है कि शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले के मुंह में मशीन से जांच करो और चालान करो तो पुलिस को खुद सोचना होगा कि शराब दुकानों के साथ चखना सेंटर क्यों है। इन चखना सेंटर की वजह से लोग जम कर शराब पी रहे हैं और वाहन चला रहे हैं। शराब की वजह से सामाजिक माहौल बिगड़ रहा है। सिविक सेंटर का एक बड़ा हिस्सा शराब पीने वालों के जमावड़े के चलते बदनाम हो रहा है। इससे भी अपराध बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है इन शराब के अड्डों और लोगों के जमावड़े को सरकार का पूरा संरक्षण है, तभी पुलिस प्रशासन ऐसी जगहों पर कार्रवाई से बचता है। शायद उन्हें भी डर है कि कार्रवाई करने का उल्टा परिणाम न भुगतना पड़ जाए। मेरा दुर्ग एसपी से आग्रह है कि आप स्वयं इसका संज्ञान लें और देखे कहां-कहां क्या हो रहा है। भिलाई में ही लोग अपने घर के सामने शराब पीते हुए लोगों को सड़क-पुलिया पर देख रहे हैं। इन्हें टोकने या बोलने की हिम्मत किसी में नहीं। उन्होंने मांग की है कि सरकार को सबसे पहले ऐसे चखना सेंटर बंद करना चाहिए। सड़क के किनारे खड़े होकर शराब पीने वालों पर भी शासन-प्रशासन का कोई अंकुश नहीं है। इस पर रोक लगना चाहिए।