छत्तीसगढ़

MDO मोड के तहत कोयला उत्पादन करने वाली SECL की पहली ओपनकास्ट खदान बनेगी पेलमा। SECL रायगढ़ क्षेत्र में अवस्थित है खदान, MDO के तहत खदान संचालन के लिए अदानी समूह की कंपनी पेलमा कोलियरीज के साथ हुआ समझौता।

MDO मोड के तहत कोयला उत्पादन करने वाली SECL की पहली ओपनकास्ट खदान बनेगी पेलमा। SECL रायगढ़ क्षेत्र में अवस्थित है खदान, MDO के तहत खदान संचालन के लिए अदानी समूह की कंपनी पेलमा कोलियरीज के साथ हुआ समझौता।

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
मो.- 9691444583
एसईसीएल की पेलमा खदान एमडीओ (माइन डेवलपर एंड ऑपरेटर) मोड के तहत कोयला उत्पादन करने वाली छत्तीसगढ़ की पहली ओपनकास्ट खदान बनेगी। एसईसीएल ने रायगढ़ क्षेत्र में अवस्थित पेलमा खुली खदान के संचालन के लिए आज अदानी समूह की कंपनी पेलमा कोलियरीज के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए।
समझौते के अनुसार पेलमा कोलियरीज अगले 20 वर्षों तक खदान का संचालन करेगी जिसके तहत इस परियोजना की डिज़ाइनिंग, फाइनेंसिंग, प्रोक्योरमेंट, निर्माण, संचालन एवं रख-रखाव से जुड़ी सभी गतिविधियों की ज़िम्मेदारी पेलमा कोलियरीज की होगी। 20 वर्ष की अवधि के दौरान खदान से कुल 219 मिलियन टन से अधिक कोयला निकाला जाना प्रस्तावित जिसमें एक वर्ष में अधिकतम 15 मिलियन टन कोयला निकालने का लक्ष्य रखा गया है।
खदान से उच्च गुणवत्ता वाला जी-12 ग्रेड का कोयला निकाला जाएगा।
एमडीओ मोड खदान संचालन की एक नयी संकल्पना है जिसके तहत सरकारी एवं निजी उपक्रम कंधे से कंधा मिलाकर देश ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए मिलकर काम करेंगे। इससे एसईसीएल के कोयला उत्पादन विस्तार में मदद मिलेगी एवं यह योजना कोल इंडिया के 1 बिलियन टन उत्पादन लक्ष्य को हासिल करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
एसईसीएल ने अपनी पुरानी व बंद पड़ी खदानों को एमडीओ मोड पर शुरू करने में सफलता पाई है। बिश्रामपुर क्षेत्र की केतकी यूजी ने एमडीओ मोड पर कोयला उत्पादन करने वाली कोलइण्डिया की पहली खदान बनने का गौरव हासिल किया है। वहीं भटगांव क्षेत्र की कल्याणी यूजी माईन को रेवन्यू शेयरिंग माडल पर एमडीओ के रूप में संचालन हेतु लेटर आफ अवार्ड भी जारी किया जा चुका है। इसके साथ एसईसीएल द्वारा एमडीओ मोड पर अन्य परियोजनाओं को शुरू करने की दिशा में भी तेज़ी से काम किया जा रहा है।
कोयला रिज़र्व के लिहाज से एसईसीएल रायगढ़ क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण स्थान है और आने वाले भविष्य में एसईसीएल के कुल उत्पादन में यह क्षेत्र एक बड़ा योगदान देगा। यह देश का तीसरा सबसे बड़ा कोलफील्ड हैं जहां अनुमान के अनुसार लगभग 1900 मिलियन टन कोयला मौजूद है। त्वरित कोयला निकासी के लिए एसईसीएल द्वारा इस क्षेत्र में रेल कोरिडोर भी विकसित किया जा रहा है।
आयोजित समारोह में एसईसीएल की ओर से निदेशक (वित्त) जी श्रीनिवासन, निदेशक (योजना/परियोजना) एस एन कापरी, निदेशक (कार्मिक) देबाशीष आचार्या, महाप्रबंधक (सीएमसी) सीके साहू, महाप्रबंधक रायगढ़ क्षेत्र एचएस पांडे एवं अदानी समूह की ओर से लक्ष्मण सिंह शेखावत सीओओ, अदानी नैचुरल रिसोर्सेस, अजय गुप्ता, निदेशक, पेलमा कोलियरीज प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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