छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 3 अक्टूबर को करेंगे ’स्वामी आत्मानंद कोचिंग’ योजना का शुभारंभ। प्रदेश के 146 विकासखंड मुख्यालयों तथा चार शहर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर एवं कोरबा में कोचिंग सेंटर के माध्यम से प्री-मेडिकल तथा प्री-इंजीनियरिंग की दी जाएगी कोचिंग। कक्षा 12वीं में अध्यनरत विद्यार्थियों को मिलेगी कोचिंग। चयन के लिए कक्षा दसवीं में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य। ख्याति प्राप्त एलन कैरियर इंस्टीट्यूट देगा निःशुल्क कोचिंग। एमओयू पर आज होंगे हस्ताक्षर।

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
मो.- 9691444583
बिलासपुर- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा इंजीनियरिंग एवं मेडिकल के प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की नवाचारी ’स्वामी आत्मानंद कोचिंग’ योजना का 3 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे अपने निवास कार्यालय से ऑनलाइन शुभारंभ किया जाएगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे एवं विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे। इस योजना में ख्याति प्राप्त एलन कैरियर इंस्टिट्यूट ने सीएसआर के तहत निःशुल्क कोचिंग देने सहमति दी है।

प्रदेश के शासकीय स्कूलों में अध्यनरत 12वीं के मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने के लिए छत्तीसगढ़ शासन और एलन इंस्टिट्यूट के मध्य एम ओ यू पर हस्ताक्षर भी किए जाएंगे। गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शासकीय स्कूलों में कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों के लिए इंजीनियरिंग तथा मेडिकल पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा की ऑनलाइन कोचिंग योजना की घोषणा की थी।

स्कूल शिक्षा विभाग की स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना के अनुसार प्रदेश के कक्षा दसवीं में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी तथा कक्षा 12वीं में अध्यनरत विद्यार्थियों को कोचिंग दी जाएगी। प्रदेश के 146 विकासखंड मुख्यालयों तथा चार शहर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर एवं कोरबा सहित 150 कोचिंग सेंटर के माध्यम से राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा प्री-मेडिकल नीट तथा प्री-इंजीनियरिंग आईआईटी की बेहतर रूप से तैयारी हेतु ऑनलाइन कोचिंग प्रदान की जाएगी।
कोचिंग राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से प्रदान की जाएगी। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से कोचिंग सेंटर की स्थापना की तैयारी कर प्रवेश प्रारंभ कर दिया गया है।

स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना में मेरिट क्रम अनुसार विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। विद्यार्थी को संबंधित विकासखंड, शहर के शासकीय स्कूलों में कक्षा 12 वीं का नियमित विद्यार्थी होना अनिवार्य होगा। विकासखंड मुख्यालय की स्कूलों में कक्षा 12 वीं में जीव विज्ञान तथा गणित संकाय में अध्ययनरत विद्यार्थी ही पात्र होंगे। प्रत्येक कोचिंग सेंटर में 75 से 100 विद्यार्थियों का प्रवेश दिया जाना है। इसमें प्री-मेडिकल तथा प्री-इंजीनियरिंग के लिए अधिकतम 50-50 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद रायपुर से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएगी। यह कक्षाएं शाम 3 बजे से 6.30 बजे तक संचालित होंगी। इस संबंध में विषय विशेषज्ञ नोडल अधिकारी एवं प्राचार्य को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। विद्यार्थियों का नियमित आकलन तथा शिक्षकों की कक्षाओं के अध्यापन का भी अवलोकन किया जाएगा। योजना के संबंध में पालकों का फीडबैक भी लिया जाएगा। ऑनलाइन कक्षाओं की यह विशेषता रहेगी कि यह टू-वे संवाद रहेगा अर्थात विद्यार्थी विषय विशेषज्ञों से प्रश्न पूछ सकेंगे। जेईई एवं नीट के लिए अलग-अलग कक्षाएं प्रदेश में संचालित आत्मानंद विद्यालय एवं अन्य विद्यालय में संचालित होंगी। प्रत्येक कोचिंग केंद्र में भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान एवं गणित विषय के लिए नोडल शिक्षक तथा एक मुख्य नोडल अधिकारी प्रिंसिपल अथवा सीनियर लेक्चरर स्टाफ के नियुक्त किए गए हैं। ऑनलाइन कोचिंग प्रदाता संस्थान विद्यार्थियों के रिपोर्ट कार्ड का विश्लेषण विद्यार्थियों का फीडबैक पालकों का फीडबैक इत्यादि इस कार्यक्रम की सघन मॉनिटरिंग हेतु मॉनिटरिंग अधिकारी भी नियुक्त किया जा रहे हैं।

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