छत्तीसगढ़

डबरी बना मछली पालन का केंद्र। बहतराई के किसान गंगा राम को मिला अपना स्वरोजगार। मनरेगा ने संवारी जिले के किसानों का भविष्य।

डबरी बना मछली पालन का केंद्र। बहतराई के किसान गंगा राम को मिला अपना स्वरोजगार। मनरेगा ने संवारी जिले के किसानों का भविष्य।

 

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
बिलासपुर- जिले में मनरेगा के तहत बनाए जा रहे डबरी से किसानों की जिंदगी ही बदल गई है। किसान खेती-किसानी के साथ ही साथ मछली पालन में आगे बढ़ रहे है। कभी खेती तक सीमित रहने वाले ये किसान मछली पालन की सम्पूर्ण जानकारी ले रहे है और अपने क्षेत्र से ही अच्छा मुनाफा भी कमा रहे है।
जनपद पंचायत तखतपुर के ग्राम पंचायत बहतराई के किसान श्री गंगा राम कौशिक पूर्व में खेती किसानी कर परिवार का भरण पोषण करते थे। उनके पास स्वयं की अतिरिक्त भूमि थी, जो कि बंजर होने के साथ अनुपयोगी थी। श्री कौशिक बताते हैं कि वे अपने परिवार के भविष्य के लिए बहुत ही चिंतित थे। अपनी समस्याओं को उन्होंने रोजगार सहायक से साझा किया। रोजगार सहायक ने उन्हें अपनी बंजर भूमि पर मनरेगा के तहत डबरी निर्माण करवाने की सलाह दी। श्री कौशिक ने अपनी भूमि पर मनरेगा के तहत डबरी निर्माण के लिए आवेदन दिया। स्वीकृत मिलने के पश्चात उनकी भूमि पर डबरी का निर्माण कराया गया। डबरी बन जाने के बाद अब वे उसमें मछली पालन का व्यवसाय कर रहे है। श्री कौशिक ने बताया कि डबरी निर्माण होने से मछली पालन करने के साथ ही, खेतों के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का संचय भी हो जाता है। वे पानी का उपयोग डबरी के आस-पास सब्जी लगाकर उन्हें सिंचाई के लिए कर रहे है। मनरेगा योजना से उन्हें एक स्थायी रोजगार मिला है। आज उनकी डबरी मछली पालन का केंद्र बन गई है। परिवार की चिंता से अब वे पूरी तरह से मुक्त है। श्री गंगा राम कौशिक मनरेगा योजना की प्रशंसा करते हुए उनके भविष्य को संवारे के लिए शासन का आभार व्यक्त किया।

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