सनसनी खेज खुडमुडा हत्याकांड का पर्दाफाश, सगे बेटे समेत तीन अन्य गिरफ्तार

खुलासे में वैज्ञानिक विवेचना का महत्तवपूर्ण योगदान,परिवारिक जमीन संबंधी विवाद बना हत्या का कारण
दुर्ग – बहुप्रतीक्षित खुड़मुड़ा हत्याकांड के 89 दिनों के बाद दुर्ग पुलिस ने आखिरकार मामले को सुलझा लिया । दुर्ग रेंज आईजी विवेकानंद सिन्हा ने आज पत्रकारवार्ता का आयोजन कर इस बहुप्रतीक्षित मामले से पर्दा उठा दिया । सगे बेटे ने ही रची थी हत्या की साजिश 3 आरोपियों के साथ मिलकर की थी माता पिता और भाई भाभी की हत्या ! ये पूरा मामला पारिवारिक जमीनी विवाद को लेकर हुआ, पूर्व में ही इस पुरे हत्याकांड का षड्यंत्र रचा गया था, जिसको अंजाम 21 दिसम्बर 2020 को देते हुए एक ही परिवार के 4 लोगो को मौत के घाट उतार दिया गया था, पुलिस की विवेचना में प्राप्त तथ्यो के आधार पर आरोपी घुघवा निवासी योगेश सोनकर उर्फ महाकाल और नरेश सोनकर खुरमुड़ा निवासी गंगाराम सोनकर, कोपेडिह निवासी रोहित सोनकर उर्फ रोहित मोसा को थाना अमलेश्वर में प्रथम दृष्टया अपराध सबुत पाये जाने पर विधिवत गिरफ्तार किया गया । पुलिस के अनुसार मामले में अभी भी विवेचना जारी है । घटना की खबर लगते ही दुर्ग जिला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुचे मामले और विवेचना में लिया गया, इस अंधेकत्ल की घटना को लेकर आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया । उच्चअधिकारीयों के निर्देशानुसार विवेचना के बिन्दु तय करते हुए अलग-अलग टीम बनाकर विवेचना की गई । जिसमे कई बार जांच टीम में बदलाव किया गया, दुर्ग पुलिस की टीम की सभी तहकीकात शून्य पर जाकर ख़तम हो रही थी, जिसके बाद विवेचना टीम ने वैज्ञानिक तकनिकी साक्ष्य को ध्यान में रखकर बारिकी से विवेचना करते हुए प्रत्येक छोटी से छोटी बिन्दुओ की तह तक पहुंचने के लिए सूचना संकलित कर तस्दीक करना शुरू किया । विवेचना के दौरान घटना के मूल कारणो में पारिवारिक जमीन संबंधी विवाद सामने आ रहा था । जिसके बाद संदेहियो एवं अन्य का वैज्ञानिक परीक्षण गांधीनगर गुजरात के केन्द्रीय फोरेंसिक लेब से कराया गया । जिसके बाद मामले में नया मोड़ आता दिखाई देने लगा । उन्ही बिन्दुओ को विवेचना का आधार बनाते हुए संदेहियो से पुछताछ की गई।
विवेचना के दौरान यह तथ्य उजागर हुआ कि संदेही गंगाराम सोनकर ने नरेश सोनकर, योगेश सोनकर उर्फ महाकाल,एवं रोहित सानेकर उर्फ रोहित मोसा को घटना कारित करने के लिए अपने साथ सम्मलित किया जिसके कारण संदेही गंगाराम सोनकर नरेश सोनकर, योगेश सोनकर उर्फ महाकाल एवं रोहित सानेकर उर्फ रोहित मोसा को हिरासत में लेकर पुछताछ करने पर उन्होने बताया कि गंगाराम सोनकर को अपनी सवा एकड़ कृषि भूमि में आने-जाने के लिए रास्ता नहीं होने से अपनी मां मृतिका दुलारीबाई की बाडी से रास्ते की मांग किया था। जिसका मृतिका दुलारीबाई एवं मृतक रोहित (भाई) विरोध करते थे। साथ ही गंगाराम सोनकर के हिस्से की सवा एकड़ कृषि भूमि सोमनाथ के नाम से होने से सोसायटी में धान बेचने के लिए ऋण पुस्तिका नहीं देने एवं खाता पृथक करने की बात को लेकर भी गंगाराम का विवाद, मां दुलारी से हुआ करता था। गंगाराम ने अपनी मां दुलारी को मारने की धमकी भी दिया था। विवेचना के दौरान घटना से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य जप्त किया गया। विवेचना में प्राप्त तथ्यो के आधार पर आरोपी 01 योगेश सोनकर उर्फ महाकाल पिता खेदुराम सोनकर उम्र 34 साल सा. घुघवा 02 नरेश सोनकर पिता पुनित राम सोनकर उम्र 49 साल सा. घुघवा 03 गंगाराम सोनकर पिता स्व. बालाराम सोनकर उम्र 35 साल सा. खुडमुडा 04 रोहित सोनकर उर्फ रोहित मोसा पिता भुवन लाल सोनकर उम्र 35 साल सा. कोपेडिह थाना अमलेष्वर पर प्रथम दृष्टया अपराध सबुत पाये जाने पर विधिवत गिरफ्तार किया गया।प्रकरण विवेचनाधीन है।