हिमाचल चुनाव 2022: गणेश दत्त ने 50 सीटें जीतने का किया दावा, कहा- हार का करेंगे पोस्टमार्टम Himachal elections 2022: Ganesh Dutt claims to win 50 seats, says post-mortem of defeat

शिमला. उपचुनाव (By-election) में करारी शिकस्त झेलने वाली भाजपा (BJP) अब आत्मचिंतन में जुटी है. पार्टी नेताओं के अलग-अलग बयान भी सामने आ रहे हैं. इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश उपाध्यक्ष गणेश दत्त (Ganesh Dutt) ने अलग सुर छेड़ दिया है. गणेश दत्त का मानना है कि महंगाई पर भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार हुआ है, जिसके चलते पार्टी हारी (Defeat) है. दुष्प्रचार के खिलाफ भाजपा जनता के बीच जाएगी. गणेश दत्त दावा कर रहे हैं कि 2022 के उप चुनावों में भाजपा 50 सीटें जीतेगी.गणेश दत्त ने कहा कि इन चुनावों में जुब्बल-कोटखाई सीट को छोड़कर अन्य 3 सीटों पर भाजपा जीतने की स्थिती में थी. मंडी लोकसभा सीट पर कांग्रेस मात्र 7 हजार मतों से जीती है, जोकि बहुत छोटी जीत है. उन्होंने कहा कि भाजपा इस हार को स्वीकार करती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने महंगाई को मुद्दा बनाया. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर दुष्प्रचार किया कि महंगाई भाजपा की देन है. जबकि इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय बाजार जिम्मेदार है. लेकिन कांग्रेस ने इसकी जिम्मेदारी भाजपा के सर पर डाल दी.कोविड के कारण उपजी वैश्विक स्थिती जिम्मेदार है
गणेश दत्त यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा कि मनमोहन सरकार में पेट्रोल के दाम 88 रू प्रति लीटर तक पहुंच गए थे. दालों के भाव आसमान छू रहे थे. मोदी सरकार के समय जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी हुई तो पेट्रोल के दाम 56 रू तक पहुंच गए थे. इसी तरह खाद्य तेल और रसोई गैस की कीमतों पर भी दुष्प्रचार किया गया, जबकि इसके लिए कोविड के कारण उपजी वैश्विक स्थिती जिम्मेदार है.नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
गणेश दत्त ने आगे कहा कि इन परिणामों एक बुलबुला माना जा सकता है. भाजपा कार्यकर्ता फिर से कमर कसेंगे और 2022 के विधानसभा चुनावों में 68 में से 50 सीटें जीतेंगे. साथ ही कहा कि हार के कारणों का पार्टी पोस्टमार्टम करेगी. जल्द ही समीक्षा बैठक होगी और अनुशासन कमेटी का गठन किया जाएगा. भीतरघातियों, पार्टी को नुकसान पहुंचाने वालों और निष्क्रिय पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. बता दें कि इससे पहले पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप कह चुके हैं कि हार के कारणों पर मंथन होगा और पार्टी को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.