अचानक मददगार विजय प्रसाद गुप्ता पहुंचे पुजारियों के पास; बंद पड़े धार्मिक स्थलों से उदास चेहरों पर दिखा खुशियों का भाव अचानक विजय बंदी क्रियाकलाप उदबोधन प्रदर्शन पर प्रदर्शन,,

छत्तीसगढ़
अचानक मददगार विजय प्रसाद गुप्ता पहुंचे पुजारियों के पास; बंद पड़े धार्मिक स्थलों से उदास चेहरों पर दिखा खुशियों का भाव
अचानक मददगार विजय प्रसाद गुप्ता पहुंचे पुजारियों के पास; बंद पड़े धार्मिक स्थलों से उदास चेहरों पर दिखा खुशियों का भाव,
बगीचा संवाददाता- संतोष गुप्ता की कलम से,,
जशपुर.:–कोरोना लॉकडाउन की बेहद लम्बी और उबाउ अवधि में साग सब्जी व्यवसायी, दैनिक मजदूर, छोटे बड़े व्यापारी सहित हर वर्ग के लोग तो खासे परेशान हो गए हैं.
लेकिन इनमें धार्मिक स्थल और मंदिरों के पुजारियों का एक ऐसा भी वर्ग है जिन्हें इस अवधि में श्रद्धालुओं से दूर हो जाने के बाद अपना जीवन यापन करने में भारी पीड़ा झेलनी पड़ रही है.
सबसे दुखद पहलू यह है कि ऐसी पीड़ा झेलने वाले पुजारियों को नाम मात्र वेतन की राशि मिल पाने से वे इन दिनों भारी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. ऐसे जटिल हालात के बाद भी वे अपना दर्द बंया नहीं कर पा रहे थे.
यह विडंबना रही कि जशपुर जिले मे लम्बे समय से जरूरत मंद परिवार के घरों में पहुंच कर उन्हें विभिन्न सामग्री और आर्थिक मदद करने वाले संवेदनशील मददगार विजय प्रसाद गुप्ता को भी पुजारियों की पीड़ा की भनक नहीं मिल पाई.
आज जशपुर जिले में फिर से लॉकडाउन की अवधि बढ़ाऐ जाने की सूचना पर जब उन्होंने एक भव्य मंदिर में जाकर बाहर से ही गरीबों के लिए प्रार्थना की तो उनके सहयोगी ने उनका ध्यान बंद पड़े धार्मिक स्थलों की ओर दिलाया था.
उन्हें बताया गया कि लम्बे समय से धार्मिक स्थलों के बंद रहने और श्रध्दालुओं का चढ़ावा से वंचित रहने के बाद भी यंहा के पुजारी नियमित रूप से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं.
इस जानकारी के बाद समाजसेवी विजय प्रसाद गुप्ता ने 101 सहायता सामग्री के थैलों के साथ नगद आर्थिक सहायता के पैकेट तैयार कर सभी के पास सम्मान पूर्वक
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