ED Raid in CG: छत्तीसगढ़ तक पहुंची बिटकॉइन घोटाले की आंच, ED ने राजधानी में मारा छापा, इस कारोबारी से अधिकारियों ने की पूछताछ
रायपुरः ED Raid in CG महाराष्ट्र के कथित ‘बिटकॉइन घोटाले’ मामले आंच छत्तीसगढ़ तक पहुंच गई है। मुंबई ईडी की टीम ने राजधानी रायपुर में छापेमार कार्रवाई की है। अधिकारियों ने क्रिप्टो कारोबारी गौरव मेहता के रायपुर और पुणे के कई ठिकानों पर एक साथ दबिश दी है। बताया जा रहा है रविवार दोपहर करीब 12 बजे ईडी की 7 से 8 अधिकारियों की टीम रायपुर की आम्रपाली सोसाइटी स्थित A-47 नंबर के मकान पहुंची। गौरव मेहता परिवार समेत यहां मौजूद थे। पूछताछ का दौर देर रात तक जारी रहा।
ED Raid in CG बताया जा रहा है कि गौरव मेहता एक कंसल्टेंसी के लिए काम करते हैं, जो पुणे पुलिस को अमित भारद्वाज के 6600 करोड़ के क्रिप्टोकरेंसी घोटाले की जांच में मदद कर रही थी। पूर्व आईपीएस रवींद्रनाथ पाटिल ने पिछले दिनों दावा किया था कि गौरव मेहता से कांग्रेस पार्टी की नेता सुप्रिया सुले और नाना पटोले ने संपर्क किया था और चुनाव में उपयोग के लिए धनराशि गौरव के जरिए बिटकॉइन घोटाले से पहुंचाई गई है। बताया ये भी जा रहा है कि ED के अधिकारियों को गौरव के घर में कुछ दस्तावेज और लैपटॉप समेत कंप्यूटर हार्ड डिस्क मिले है जिसकी जांच ईडी की टेक्निकल टीम कर रही है। साथ ही बैंक से संबंधित कुछ अहम दस्तावेज भी मिले है जिसकी जांच के लिए लोकल बैंकों के कर्मचारियों को बुलाकर जांच की जा रही है।
इस छापेमार कार्रवाई में खास बात यह रही कि करीब 10 घंटों से ज्यादा CBI की 5 सदस्यीय टीम भी गौरव के घर के बाहर कार में इंतजार कर रही है। गौरव मेहता के बारे में बताया जा रहा है कि वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सायबर फील्ड का एक्सपर्ट है। छग में इनफोर्समेंट एजेंसियों की ही छापामार कार्रवाईयों में ऑफिशियली सायबर क्राइम सेल टीम में वह हमेशा शामिल रहा है। कई राज्यों में हुए चुनावों में इसकी पर्दे के पीछे खासी भूमिका बताई जाती है। साथ ही पूर्व IPS रवीन्द्रनाथ पाटिल साल 2018 में गौरव की गवाही के बाद ही जेल गए थे। फिलहाल खबर लिखे जाने तक ईडी की टीम की कारोबारी गौरव मेहता के रायपुर स्थित मकान में रेड कार्रवाई जारी है। इसके साथ ही गौरव मेहता समेत उनके भाई अक्षय मेहता से पूछताछ की जा रही है।