दिवाली पर पूजा करने का शुभ मुहूर्त बस दो घंटे
सबका संदेश न्यूज -दिवाली पास आते ही घरों में पूजन की तैयारी शुरू हो गई है। शुक्रवार को धनतेरस से शुरू होने वाला पांच दिनी पर्व मंगलवार को भाई दूज तक चलेगा। घरों की साज-सज्जा के साथ लोग पूजन की तैयारी में जुटे हैं।
धनतेरस पर्व भगवान धनवंतरी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। आयुर्वेद के जनक भगवान धनवंतरी का जन्मोत्सव इस बार शुक्रवार 25 अक्तूबर को है। सौदामिनी संस्कृत महाविद्यालय के शिक्षक ज्योतिषाचार्य पं. अवध नारायण द्विवेदी के अनुसार दोपहर दो से तीन बजे के बीच धनवंतरी पूजा का शुभ मुहूर्त है। शाम पांच से छह बजे के बीच लक्ष्मी-गणेश और कुबेर पूजन के लिए उपयुक्त समय है। वाहन, बर्तन और आभूषण आदि की खरीद-फरोख्त के लिए भी यही समय उपयुक्त है। इसके साथ ही अल्प आयु मृत्यु से बचने के लिए घर के बाहर चार ओर से बाती निकालकर दीया जलाया जाता है।
महानिशा पूजा रात में: तंत्र सिद्धि के लिए दिवाली की रात में महानिशा पूजा की जाती है। सिंह लग्न में पूजा का उपयुक्त समय माना गया है। इस बार महानिशा पूजा का शुभ मुहूर्त रात 1:15 से 3:25 बजे के बीच होगा।
दिवाली के दिन दो समय पूजा का मुहूर्त
दिवाली के लिए पूजा का दो समय है। पहला समय फैक्ट्री और कारखानों के लिए तो दूसरा दुकानों और घरों के लिए। ज्योतिषाचार्य पंडित अवध नारायण द्विवेदी के अनुसार फैक्ट्री, कारखानों में पूजन के लिए उपयुक्त समय दोपहर 2:10 से 3:40 बजे के बीच होगा। इस समय स्थिर लग्न कुम्भ होगी। जबकि दूसरा मुहूर्त शाम 6:40 से रात 8:40 बजे के बीच होगा। इस समय स्थिर लग्न वृषभ लग्न होगी।
शनिवार शाम 5:15 से 6:50 के बीच हनुमान जी की पूजा हनुमान जयंती इस बार 26 अक्तूबर को होगी। माना जाता है कि इस दिन हनुमानजी का जन्म हुआ था। शाम 5:15 से 6:50 बजे के बीच मेष लग्न होने के कारण पूजा के लिए यह उपयुक्त समय होगा।
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