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भिलाई-चरोदा निगम मे आज सामान्य सभा का आयोजन, 13 महीने बाद होने वाली बैठक में पार्षद निकालेंगे भड़ास, General Assembly organized today in Bhilai-Charoda Corporation, councilors will be fired in a meeting to be held after 13 months

भिलाई। भिलाई-चरोदा नगर निगम की 9 नवंबर को होने वाली सामान्य सभा में जमकर हंगामा होने का आसार है। कथित तौर पर रिंग बनाकर विकास कार्यों से संबंधित टेंडर बांटने का मुद्दा कल की साड्डमान्य सभा में गूंज सकता है। सालाना बजट पेश किए जाने को लेकर आयोजित इस बैठक में 13 महीने बाद सामान्य सभा रखे जाने पर विपक्षी पार्षदों सत्ता पक्ष पर भड़ास निकलने की भी संभावना बनी हुई है। नगर निगम की पिछली सामन्य सभा 10 नवंबर 2019 को हुई थी। इस तरह से पूरे 13 महीने बाद सामान्य सभा का आयोजन होने जा रहा है। हालांकि कोरोना काल के चलते लगभग छह माह का समय खराब हुआ है। लेकिन अनुकूल समयावधि के भीतर सामान्य सभा के आयोजन नहीं होने से निर्वाचित पार्षदों का मन की बात कहने का अवसर नहीं मिल पाया। ऐसे में 13 महीने बाद कल होने जा रही सामान्य सभा में जमकर हंगामा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है। 13 महीने से अगली सामान्य सभा होने का इंतजार कर रहे पार्षदों की विभिन्न मद्दों में सत्ता पक्ष से लेकर अधिकारियों पर भड़ास निकल सकती है। यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन घोषित होने से मार्च के अंतिम सप्ताह में नगर निगम सालाना बजट पारित करने से चूक गई थी। परिस्थितियां कुछ हद तक अनुकूल होने पर बीच में एक बार सामान्य सभा आयोजित करने की तैयारी हुई। लेकिन बताते हैं नगर निगम द्वारा विकास कार्यों से संबंधित टेंडर प्रक्रिया में अघोषित तौर पर रिंग पद्धति अपनाये जाने के तथाकथित मामले को लेकर विपक्ष के कई पार्षदों ने अपने सवाल लगा दिए। जिसके बाद रहस्यमय तरीके से सामान्य सभा को टाल दिया गया। विपक्ष के कांग्रेसी पार्षदो की माने तो संदिग्ध टेंडर प्रक्रिया पर लगाये गए सवाल से घबराकर सामान्य सभा टाल दी गई।  अब जब सामान्य सभा का आयोजन कल होने जा रहा है तो इसमें सालाना बजट को अंगीकार किया जाना है। लेकिन इसमें उमदा में बने प्रधानमंत्री आवास के आबंटन में हो रही लेटलतीफी के चलते असामाजिक तत्वों द्वारा मकानों के खिड़की दरवाजों का पहुंचाई जा रही क्षति तथा विश्व बैंक कालोनी में बने मॉडल रोड का महीने भर के भीतर खराब होने जाने का मुद्दा भी गरमागर्म बहस का खासा हिस्सा बन सकता है। गौरतलब रहे कि नियमत: सामान्य सभा की बैठक दो महीने के अंतराल में होनी चाहिए। लेकिन भिलाई-चरोदा निगम में 13 महीने बाद सामान्य सभा होने जा रही है। पार्षदों का कहना है कि पिछली सामान्य सभा 10 नवंबर को हुई थी। इस लिहाज से कोरोना संक्रमण का खतरा बढऩे से पहले कम से कम दो सामान्य सभा हो सकती थी। लेकिन ऐसा नहीं होने से निर्वाचित पार्षदों को अपनी बात रखने का उचित मंच नहीं मिलने से नाराजगी स्वाभाविक तौर पर बनी हुई है।

इन विषयों पर होगी चर्चा

नगर निगम की कल होने वाली सामान्य सभा सभागार में दोपहर 12 बजे शुरु होगी। बैठक में महापौर परिषद की 3 मार्च, 2 जून, 14 जून तथा 31 अक्टूबर को पारित संकल्प को सदन में अवलोकनार्थ रखा जाएगा। वित्तीय वर्ष 2019-20 के पुनरीक्षित आय व्यय एवं वर्ष 2020-21 के अनुमानित आय-व्यय (बजट) को अनुमोदन के लिए महापौर चन्द्रकांता मांडले द्वारा सदन के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। इसी कड़ी में निहारिका व्यवसायिक परिसर भिलाई-3 के भूखंड तथा विश्वबैंक कालोनी सेक्टर-3 में अर्धनिर्मित आवासीय भवनों का आम नीलामी से प्राप्त उच्चतम बोली राशि की स्वीकृति का प्रस्ताव रखा जाएगा। इसके अलावा 1 अक्टूबर 2010 से 30 सितंबर 2021 तक 97 सफाई श्रमिक प्लेसमेंट एजेंसी से प्रदाय करने हेतु प्राप्त न्यूनतम दर को अनुमोदन तथा 14 वें वित्त आयोग से स्वीकृत कार्यों में से सरल क्रमांक 11 एवं 14 के लिए निविदा आमंत्रित करने की अनुमति सामान्य सभा से ली जाएगी।

दुर्ग नगर निगम में  होगी सामान्य सभा की बैठक

दुर्ग। नगर पालिक निगम दुर्ग की विशेष सामान्य सभा की बैठक 9 नवंबर सोमवार को दोपहर 12 बजे आदित्य नगर स्थित कुशाभाऊ ठाकरे मंगल भवन में आहुत किया गया है। निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन द्वारा सामान्य सभा की बैठक को लेकर निगम अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्था करने निर्देशित किया गया है। सामान्य सभा बैठक में कुर्सी, टेबल, लाईट माईक आदि के साथ साफ-सफाई और पीने का पानी की व्यवस्था करने कहा है। बैठक में दुर्ग सांसद विजय बघेल, राज्य सभा सांसद डॉ सरोज पाण्डेय, विधायक अरुण वोरा के अलावा सभी वार्डो के वार्ड जनप्रतिनिधियों को निगम द्वारा सादर आमंत्रित किया गया है। सामान्य सभा की बैठक की संपूर्ण व्यवस्था के लिए आरके पाण्डेय प्र कार्यपालन अभियंता को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है । महापौर, एवं उनकी पूरा परिषद, पार्षदगण, निगम आयुक्त के अलावा सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित रहेगें।

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