छत्तीसगढ़

गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को गौठान में ही बैंक सखी से मिल रहा राशि का भुगतान

गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को गौठान में ही बैंक सखी से मिल रहा राशि का भुगतान

योजना के प्रारंभ से एक अगस्त तक के गोबर विक्रय का मिल रहा लाभ

कवर्धा, 07 अगस्त 2020। गोधन न्याय योजना के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्र के 977 हितग्राही लाभान्वित हों रहे है। जिन्होंने गोबर विक्रय करने के लिए अपना पंजीयन गौठान में कराया है। प्रथम चरण के 74 गौठान एवं दूसरे चरण के 150 गौठानों में पशुपालकों से गोबर क्रय का कार्य 20 जुलाई से निरंतर किया जा रहा है। विकासखण्ड कवर्धा के अंतर्गत जनपद पंचायत कवर्धा में 724.82 कि्ंवटल, जनपद पंचायत बोड़ला में 740.85 कि्ंवटल, जनपद पंचायत स.लोहारा में 631.75 एवं जनपद पंचायत पंडरिया में 429.53 कि्ंवटल सहित कुल 2526.96 क्वींटल गोबर का क्रय 2 रूपये प्रति किलो के दर से किया गया है। योजना में भुगतान के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत बैंक सखी से ग्रामीणों को खासा लाभ मिल रहा है। दुरस्त वनांचल क्षेत्र के ग्राम पंचायत पंडरिया, निवासपुर, बांधा, मिनमिनिया मैदान, ढ़ोंगईटोला आदि गौठानों में गोधन न्याय योजना के हितग्राही अपने ही ग्राम पंचायत में गोबर विक्रय की धन राशि प्राप्त कर रहें है। विकासखण्ड बोड़ला के ग्राम पंचायत पंडरिया के दो हितग्राहियों को 600 रूपए के साथ अन्य योजनांतर्गत 3 हजार रूपए का भुगतान बैंक सखी संगीता द्वारा किया गया। इसी तरह ग्राम पंचायत निवासपुर में रमशुल धुर्वे द्वारा तीन हितग्राहियों को 3 हजार 400 रूपए देकर शासन की योजना का लाभ पहुंचाया गया। ग्राम पंचायत ढ़ोगईटोला में एक हितग्राही को 500 रूपए का भुगतान बैंक सखी दिव्या साहू द्वारा किया गया है। ज्ञात हो कि कबीरधाम जिले में 92 बैंक सखी कार्यरत है जो ग्रामीणों को घर पहुंच सेवा देते है जिसमें ग्रामीणों के बैंक खाते से बायोमट्रीक डीवाइस की सहायता से आधार बेस्ड भुगतान किया जाता है। जिसके करण गांव में सुविधा मिल जाने से ग्रामीणों को गांव से दूर बैंक जाकर लाईन में खड़े होने की असुविधा से बच जाते है।
कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने बताया की राज्य सरकार के दिशा निर्देश अनुसार जिले में गोधन न्याय योजना अंतर्गत ग्रामीणों का पंजीयन किया गया है। प्रतिदिन गोबर विक्रेता का रिकॉर्ड संबंधित ग्राम गौठान में रखा जाता है। इस कार्य के लिए हितग्राहियों का कार्ड बनाया गया है। जिसमे विवरण दर्ज किया जाता है। श्री शर्मा ने बताया कि सहकारी समिति के द्वारा हितग्राहियों को राशि उनके खाते में जारी किये जाने के लिए बैंक खाते खोले गये है। योजना का क्रियान्वयन कंप्यूटरीकृत प्रबंधन प्रणाली से किया जा रहा है। गोबर विक्रेता, गौठान, वर्मी कंपोस्ट क्रेता, स्व सहायता समहू के कार्यो की जानकारी रखी जा रही है। बैंक सखी के माध्यम से ग्रामीणों को गांव के गौठान में ही भुगतान हो रहा है। जो कि शासन की योजना का लाभ घर पहुंच सेवा के रूप में उपलब्ध है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विजय दयाराम के. ने बताया कि 20 जुलाई से प्रारंभ हुए गोधन न्याय योजना में अगस्त माह के एक तारीख तक क्रय किए गए गोबर के राशि का भुगतान संबंधित ग्रामीणों को उनके बैंक खाते में किया जायेगा। कुल 505392 रूपए का भुगतान ग्रामीणों को होगा जो सीधें उन्हें आर्थिक रूप से मदद करेगा। उपरोक्त गोबरों को 977 पंजीकृत हितग्राहियों द्वारा अलग-अलग समय मे 3 हजार 784 बार विक्रेता के रूप में गोबर विक्री किया गया है। उन्होंने बताया कि योजना मे ग्रामीण राशि का भुगतान बैंक सखी से भी प्राप्त कर रहें है। जिले में 92 बैंक सखी कार्य कर रही है जिसमें जनपद पंचायत बोड़ला अंतर्गत 24, जनपद पंचायत कवर्धा अंतर्गत 20, जनपद पंचायत स.लोहारा अंतर्गत 19 एवं जनपद पंचायत पंडरिया में 29 शामील है। बैंक सखी से योजना के लाभार्थियों को समय पर भुगतान करने में मदद मिल रही है और साथ मे ग्रामीणों को बैंक तक आने की आवश्यकता नही होती। राशि उनके खाते से ग्रामीणों की ईक्षा अनुसार निकालकर उपलब्ध करा दिया जाता हैं।
उल्लेखनीय है कि सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी छत्तीसगढ़ सरकार कि महत्वकांक्षी योजना है। इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किये जाने के लिए गौठान का विकास से लेकर गोधन न्याय योजना चलायी जा रही है। जिसमें ग्रामीण अपने गोवंश के गोबर का विक्रय गौठानों में करते हुए लाभ प्राप्त कर रहें है। गौठान को आजीविका केन्द्र बनाने का प्रयास निरंतर जारी है। गोवंशीय पालको द्वारा अपने पशु का गोबर गौठान में 2 रूपये प्रति किलों की दर से विक्रय कर रहें है और अपने ही गांव में बैंक तक जाए बैगर नगद भुगतान प्राप्त कर रहें है।

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