अमृता विश्व विद्यापीठम् द्वारा नगर मे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत विशेष प्रशिक्षण
कोण्डागांव । विपरीत परिस्थितिया सभी के समक्ष मे आती है परन्तु उसे जूझने का साहस ही पुरूषार्थ है कुछ भी कर गुजरने की इच्छा शक्ति को दुनिया सम्मान करती है, भारत की महान विभूतियो ने प्रतिकूल समय से हार ना मानते हुए अपने को सफलता की बुलन्दी तक पंहुचाया उनका जीवन आज भी सभी युवाओ के लिए प्रेरणा दायक है। यह आज के जीवन का कटु सत्य है कि जब तक आप आर्थिक एंव सामाजिक रूप से सुदढ़ नही है तब तक आप सफल नही कहलाते अतः युवा वर्ग इस सच्चाई को समझते हुए स्वंय को सशक्त बनाने के लिए प्रत्येक अवसरो का सदुपयोग करें ।
दिनांक 18 फरवरी को प्री-मैट्रिक छात्रावास कोण्डागांव मे अमृता विश्व विद्यापीठम् के तत्वाधान मे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत युवाओ के लिए प्रशिक्षण सत्र् के शुभारंभ के अवसर पर जिला कलेक्टर नीलकण्ठ टीकाम ने उक्त बाते कही। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष देवचन्द मातलाम, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जी0आर0सोरी0, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा, पार्षद तरूण गोलछा, उत्तम रक्षित, सरंपंच बृजलाल सोरी, संस्थान की आॅपरेटर मेनेजर अमृता नटराज, सुश्री अस्वाती चन्द्रन, विष्णु जयन, श्रीकान्त, एंव अन्य सदस्य कुसुमलता राना, प्रियंका पटेल एंव जिले भर से आये युवक युवती आदि उपस्थित थे। जिला कलेक्टर ने आगे कहा कि संस्थान द्वारा पिछड़े क्षेत्र के युवाओ को भविष्य के लिए प्रासंगिक कौशल से लैस करवाने का जो कार्य किया जा रहा है वह सराहनीय है। अतः इसका लाभ प्रत्येक युवा को लेना चाहिये । जिला पंचायत अध्यक्ष देवचन्द मातलाम ने इस अवसर पर कहा कि युवा वर्ग इस प्रशिक्षण मे सिखाये गये हुनर को मन लगाकर सीखे क्योंकि जब वे स्वंय सक्षम होगें तभी दूसरे को सक्षम कर सकेगें। किसी भी विधा मे पारंगत होना सफलता का निशानी है इस प्रकार स्वरोजगार स्थापित करने के लिए हुनर सीखने का यह सुनहरा मौका है।
उल्लेखनीय है कि प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना कौशल विकास और उद्यम शीलता मंत्रालय की यह प्रमुख योजना है।जिसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा भारतीय युवाओ को उद्योग अनुकूल कौशल प्रशिक्षण के लिए सक्षम बनाना है जिससे उन्हे बेहतर जीविका प्राप्त करने मे सहायता मिले। इसके लिए पूरे भारत मे अमृता विश्व विद्यापीठम् को सरकार के लिए एक कार्यान्वयन ऐजेंसी के रूप मे चुना गया है। उक्त विद्यापीठ द्वारा 5 राज्यो ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु और केरल मे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 12 केन्द्र खोले जा रहे हैं। संस्थान द्वारा इन राज्यो के दूरस्थ क्षेत्रो मे बसे विकास से अछूते समुदाय के युवाओ को कला कौशल प्रशिक्षण दिया जायेगा। इनमे इन युवाओ को मोटर वाहन मेकेनिक, हेल्थ केयर, परिधान निर्माण, प्लंबर, डोमेस्टिक डाटा ऐन्ट्री आपरेटर जैसे ट्रेडो के तहत 3 से 4 माह का प्रशिक्षण शामिल है। मौके पर विद्यापीठम् की सदस्य सुश्री अस्वाती चन्द्रन ने संस्थान के गतिविधियो से अवगत कराते हुए कहा कि संस्थान सामाजिक रूप से हाशिये और आर्थिक रूप से वंचित युवाओ पर अपना विशेष ध्यान केन्द्रित करते हुए उन्हे आवश्यक तकनीकी कौशल उपलब्ध करायेगा। उन्होने बताया कि अमृता पीएमकेवीवाई केंद्र द्वारा प्रशिक्षित, और सशक्त बनाने के लिए हब एंड स्पोक डिप्लॉयमेंट मॉडल का पालन किया जाता हैं। इसके अन्तर्गत 18 से 35 वर्ष की उम्र के बीच काम करने वाले ऐसे युवा, जो व्यवहार्य आर्थिक अवसरों का उपयोग करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं उन्हे लक्षित करते हुए संस्थान की 50% आरक्षित की जायेगी और इनमे भी सभी वर्गों में सभी सीटों का 50% महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगा।
ज्ञात हो कि अमृता विश्व विद्यापीठम एक बहु-परिसर, बहु-अनुशासनात्मक अनुसंधान संस्थान है । जिसे छप्त्थ् टाइम्स हायर एजुकेशन, इत्यादि द्वारा भारत में सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में स्थान मिला है और 2018 छप्त्थ् रैंकिंग ने इसे भारत का आठवां सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय माना गया है। अमृता विश्व विद्यापीठम का कार्य क्षेत्र केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और हरियाणा में फैला हुआ है । इसमें 18,000 से अधिक छात्र, 1,800 से अधिक संकाय, 200 से अधिक अकादमिक कार्यरत है।ं विश्व प्रसिद्ध मानवतावादी और आध्यात्मिक नेता, श्री माता अमृतानंदमयी देवी, इसकी संस्थापक और चांसलर है जिन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों के उत्थान के लिए विश्वविद्यालय के अनुसंधान और विकास विभागों को विकासशील प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
सबका संदेस ब्यूरो, कोंडागांव 9425598008