छत्तीसगढ़

उसलापुर स्टेशन में अमृत संवाद कार्यक्रम का आयोजन | मंडल रेल प्रबंधक राजमल खोईवाल ने यात्रियों एवं आमजनों से किया संवाद, ली गई उनकी महत्त्वपूर्ण प्रतिक्रिया ।

उसलापुर स्टेशन में अमृत संवाद कार्यक्रम का आयोजन | मंडल रेल प्रबंधक राजमल खोईवाल ने यात्रियों एवं आमजनों से किया संवाद, ली गई उनकी महत्त्वपूर्ण प्रतिक्रिया ।

छत्तीसगढ़ बिलासपुर भूपेंद्र साहू ब्यूरो रिपोर्ट।:– 11 अक्टूबर 2025 भारतीय रेल द्वारा अमृत संवाद के माध्यम से एक नई पहल की गई है जिसका उद्देश्य है जनता से सीधा संवाद, उनकी राय और सुझाव जानना, और रेलवे के विकास कार्यों में उन्हें सक्रिय भागीदार बनाना है | इसी कड़ी में आज दिनांक 11 अक्टूबर 2025 को मंडल के उसलापुर स्टेशन में किया गया, जहाँ मंडल रेल प्रबंधक श्री राजमल खोईवाल ने सीधे यात्रियों से बातचीत की। इस अवसर पर वरि. मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुराग कुमार सिंह, उप मुख्य अभियंता (गतिशक्ति) एम के शाह, मंडल वाणिज्य प्रबन्धक एस भारतीयन, मंडल के अन्य अधिकारीगण, रेलवे कर्मचारी, यात्रीगण एवं मीडिया प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान यात्रियों एवं स्थानीय नागरिकों ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हो रहे पुनर्विकास कार्य, यात्री सुविधाओं में सुधार, स्वच्छता, महिला सुरक्षा, दिव्यांगजनों के लिए उपलब्ध सुविधाएं, ट्रेनों की समयबद्धता जैसी विभिन्न विषयों पर सार्थक संवाद किया। उपस्थित यात्रियों एवं नागरिकों ने रेलवे द्वारा स्टेशनों पर किए जा रहे विकास एवं पुनर्विकास कार्यों की सराहना करते हुए स्टेशनों में अंडरपास की सुविधा उपलब्ध कराने आदि जैसे अनेक रचनात्मक सुझाव भी प्रस्तुत किए।
मंडल रेल प्रबंधक श्री राजमल खोईवाल ने अपने संबोधन में कहा कि अमृत संवाद के तहत हम जनता से सीधे मिल रहे हैं, उनकी जरूरतें और सुझाव जान रहे हैं। यात्रियों से मिले कई उपयोगी सुझावों में अंडरपास जैसी सुविधाओं का भी जिक्र हुआ है, जिसे हम तकनीकी रूप से परखकर लागू करने की दिशा में काम करेंगे। यात्रियों के सुझाव रेलवे की प्रगति के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं और इन सुझावों को नीतिगत रूप से लागू करने के लिए गंभीरता से विचार किया जाएगा।
सीनियर डीसीएम अनुराग कुमार सिंह ने बताया- यह कार्यक्रम टू-वे कम्युनिकेशन का एक माध्यम है जिसमें यात्री अपनी राय खुलकर रखते हैं और रेलवे उन्हें सुनता है। फेस्टिवल सीजन में रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए 100% अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है। अब जरूरत है कि इन ट्रेनों की जानकारी जन-जन तक पहुँचे ताकि सीटें खाली न जाएं और अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सकें।

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