Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन को लेकर कौन साथ-कौन खिलाफ? क्या इसे संसद में पास करा पाएगी सरकार? समझें NDA का नंबरगेम

नई दिल्लीः Waqf Amendment Bill लोकसभा में दोपहर 12 बजे वक्फ संशोधन बिल पेश किया जाएगा। स्पीकर ओम बिरला ने इस पर 8 घंटे चर्चा का समय निर्धारित किया है। इसके बाद बिल लोकसभा में पास किया जाएगा। इस बिल को लेकर सरकार और विपक्षी दलों ने कमर कस ली है। सभी पार्टियों ने व्हिप जारी कर अपने-अपने सांसदों को कार्यवाही के दौरान उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। बिल को लेकर NDA इसके लिए एकजुट दिख रही है। अब तक नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, देवगौड़ा, चिराग पासवान, मांझी, जयंत चौधरी की पार्टी ने बिल के समर्थन की हरी झंडी दे दी है। कर्नाटक में सहयोगी दल जेडीएस के दोनों सांसद भी कल वक्फ संशोधन बिल का समर्थन करेंगे। तो चलिए अब समझ लेते हैं नंबर गेमः-
Waqf Amendment Bill लोकसभा के अंकगणित के अनुसार, 542 सदस्यों वाली प्रभावी सदन संख्या में एनडीए के पास 293 सदस्य यानी उसके पास अपना स्पष्ट बहुमत है, लेकिन यह बहुमत जद(यू) और टीडीपी के दम पर है, क्योंकि भाजपा के अपने 240 सदस्य ही हैं। दूसरी तरफ विपक्षी INDIA गठबंधन में 233 सांसद हैं। ऐसे में एनडीए की एकजुटता ही विधेयक को लोकसभा में पारित करने में किसी तरह की समस्या नहीं आने देगी। राज्यसभा में प्रभावी 236 सदस्यों वाले सदन में छह मनोनीत सांसदों का समर्थन मिलने पर एनडीए की कुल संख्या 122 पहुंच जाती है। इस तरह 119 के बहुमत के आंकड़े को देखते हुए यह संख्या विधेयक को पारित करने के लिए पर्याप्त रहेगी।
बता दें कि निचले सदन यानी लोकसभा में एनडीए को 272 मतों की जरूरत है। 542 सांसदों में 240 भाजपा के पास हैं। जबकि, 12 जदयू, 16 टीडीपी, 5 एलजेपी (आरवी), 2 रालोद और 7 शिवसेना से हैं। वहीं राज्यसभा में 98 भाजपा, 4 जदयू, 2 टीडीपी, 3 राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, 1 शिवसेना और 1 रालोद मिलाकर एनडीए के पास 125 सांसद हैं। राज्यसभा में बिल को 119 सांसदों के समर्थन की जरूरत है। इसके अलावा एनडीए को असोम गण परिषद, और तमिल मनीला कांग्रेस के साथ-साथ 6 नामित सदस्यों से भी समर्थन की उम्मीद है।