छत्तीसगढ़

कवर्धा। भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना के प्रबन्धन एवं श्रमिक यूनियन के बीच हुए बोर्ड मीटिंग के निर्णय का अवलोकन कर निराकरण करने को लेकर ,मजदूर संघ के कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन।

कवर्धा।भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना के प्रबन्धन एवं श्रमिक यूनियन के बीच हुए 62 वा मीटिंग के निर्णय का अवलोकन कर निराकरण करने को लेकर ,मजदूर संघ के कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन। मजदूर के हित में लड़ाई करने करने वाले मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष जगदीश बंजारे के कारखाना प्रबन्धन पर आरोप लगता हुए बताया की ,प्रबन्धन और यूनियन के बीच 62 वें बोर्ड मीटिंग में कारखाने में कार्यरत मजदूरों हेतु विभिन्न मांग जैसे ,
1. भोरमदेव शक्कर कारखाना में 2014 में श्रमिकों की विभिन्न समस्यायों एवं मांगो पर प्रबन्धन और यूनियन कि बीच सहमति बनी एवं प्रस्ताव पारित किया गया था, जिस पर अजा तक प्रबंधन की ओर से निराकरण नहीं किया गया है।

2. भोरमदेव शक्कर कारखाना में 2012-13 में कुशल श्रमिक के प्रति वर्ष 500/- बढ़ाने के लिए (इंक्रीमेंट) किया गया ,जो केवल 2 वर्षों तक लागू था ,जिसका पैसा लागू कर येरियास के रूप में दिया जाए।

3. शक्कर कारखाना प्रबन्धन एवम् यूनियन के बीच सहमति बनी थी कि वेतन प्रतिमाह 07 तारीख को देने ला निर्णय लिया था,जो लागू था,परंतु 2 वर्षों से सौतेला व्यवहार करते हुए मनमानी तौर पर वेतन दिया जा रहा है,जिससे समस्त श्रमिकों को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

4. शक्कर कारखाना का पूर्णतः रखरखाव करते मरम्मत किए जाए, जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही व अनदेखा पन से कारखाना अत्यंत जर्जर हो चुका है,जिसके वजह से कभी भी बड़ी घटना हो सकती है।

इन समस्त मांगो पर बोर्ड मीटिंग में निर्णय लिया गया था ,परंतु जिम्मेदार अधिकारियों की सौतेला पन की वजह से आज तक उन मांगो पर अमल नहीं किया गया। जिसके चलते मजदूर कल्याण संघ ने आपने मंगो के रखते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

*कवर्धा से मनोज बंजारे की खास रिपोर्ट*

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