इस्पात बाज़ार में ग्राहकों की नवीनतम आवश्यकता को देखते हुए प्लेट मिल में गुणवत्ता सुधार हेतु व्यापक अनुरक्षण कार्य जारी
भिलाई। भिलाई इस्पात सयंत्र में वर्ष 1983 में स्थापित प्लेट मिल ने पिछले चार दशकों के दौरान देश के विभिन्न परियोजनाएं और ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करते हुए लगभग 34 मिलियन टन प्लेटों का उत्पादन किया। भिलाई इस्पात सयंत्र ने भारतीय नौसेना के विमानवाहक जहाज़ आई एन एस विक्रांत और अन्य युद्धपोतों के लिए वांछित ग्रेड के प्लेट का उत्पादन कर आपूर्ति करने के साथ ही उपग्रह प्रक्षेपण वाहनों के लिए विशेष ग्रेड के प्लेटों की रोलिंग भी की है। इसके अलावा भिलाई ने राष्ट्रीय महत्व के परियोजनाओं हेतु विभिन्न ग्रेडों के प्लेटों का उत्पादन कर आपूर्ति की है। इस्पात बाज़ार में ग्राहकों की नवीनतम आवश्यकता को देखते हुए मिल के उन्नयन हेतु रफिंग एवं फिनिशिंग स्टैंड के ज्यामिति में सुधार के लिए 42 दिनों का शटडाउन लिया गया है। यह कैपिटल रिपेयर का कार्य 10 जनवरी 2024 से प्रारंभ किया गया7 शटडाउन के दौरान प्लेट मिल में अनुरक्षण से संबन्धित अन्य लंबित और महत्वपूर्ण कार्यो को सम्पादित किया जा रहा है। इस दौरान प्लेट मिल के रिहिटिंग फर्नेस का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। मिल में प्लेट की प्रोफाइल में सुधार हेतु दोनों लेवेलर का तथा प्लेट की एड्ज की गुणवत्ता में सुधार हेतु पहली बार क्रास कट शियर -1 का नवीनीकरण किया जा रहा है। बढ़ते डिस्पैच के अनुरूप शिपिंग एरिया में क्रेन न 26 एवं 29 का नवीनीकरण किया जा रहा है। साथ ही एल टी रेल तथा एम टी एल का प्रतिस्थापन तथा लाइन न. 409 बी का विस्तारीकरण किया जा रहा है। प्लेट मिल में पहली बार 25 मीटर की ऊंचाई पर स्थित 2000 मि मी व्यास के गैस पाइप लाइन को भी बदला जा रहा है। उपरोक्त कार्यों के पश्चात प्लेट की उत्पादन प्रक्रिया में बढ़ोत्तरी एवं गुणवत्ता में सुधार सुनिश्चित होगा। साथ ही ग्राहकों के आवश्यकता के अनुसार प्रोडक्ट रेंज में वृद्धि होगी। विभिन्न विभागाध्यक्षों द्वारा शॉप फ्लोर पर पहुंचकर इस कार्य में लगे टीम के साथ निरंतर संवाद कर सुरक्षा के मानकों को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।