कलेक्टर ने औद्योगिक कचरा एवं कोल डस्ट प्रबंधन के संबंध में ली बैठक
बिना ढके कोल डस्ट परिवहन पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
औद्योगिक कचरा प्रबंधन के निरीक्षण के लिए जिला स्तरीय समिति गठित
भूपेंद्र साहू ब्यूरो चीफ 96 91 444 583
बिलासपुर – कलेक्टर अवनीश शरण ने सिरगिट्टी औद्योगिक क्षेत्र एवं पेण्ड्रीडीह बायपास इलाके में औद्योगिक कचरा प्रबंधन एवं कोल डस्ट प्रदूषण नियंत्रण के लिए अधिकारियों एवं जिला उद्योग संघ के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। उन्होंने बिना ढके कोल एवं अन्य खनिजों के परिवहन किये जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए खनिज विभाग को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि खनिज विभाग के निरीक्षक लगातार गश्त के दौरान इन पर निगाह रखें। उल्लंघन किये जाने पर तत्परता से कार्रवाई कर वाहन जब्त कर नियमानुसार अधिकतम जुर्माना भी लगाए। प्रदूषण का एक बड़ा कारण बिना ढके कोल डस्ट परिवहन को माना गया है। बड़ी संख्या में इलाके में कोल वाशरी हैं, जो कोल डस्ट लेकर शहर एवं बायपास से होकर गुजरते हैं।
सिरगिट्टी औद्योगिक एरिया में कचरा प्रबंधन को लेकर भी स्थायी व्यवस्था करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। उनके निर्देश पर नगर निगम एवं सीएसआईडीसी के बीच एक अनुबंध भी किये जाने पर सहमति बनी है। जिसके अनुसार नगर निगम सिरगिट्टी औद्योगिक एरिया का कचरा उठायेगा। डोर टू डोर कचरा उठाने के साथ ही चिन्हांकित जगह से कचरा उठायेगा और इसका नियमाुनसार डिस्पोजल करेगा। इसके एवज में एक निश्चित शुल्क भी सीएसआईडीसी नगर निगम को अदा करेगी। गौरतलब है कि सिरगिट्टी बिलासपुर जिले का एक बहुत पुराना औद्योगिक एरिया है। लगभग सवा 4 सौ छोटे-बड़े औद्योगिक इकाईयां 900 एकड़ क्षेत्र में स्थापित किये गये हैं। औद्योगिक कचरों का स्थायी एवं समुचित निबटान व्यवस्था नहीं किये जाने पर कचरा अस्त-व्यस्त पड़े रहता है, जो कि गंदगी एवं प्रदूषण का एक बड़ा कारण बना है।
कलेक्टर ने दोनों पक्षों को अनुबंध कर एक सप्ताह में सफाई व्यवस्था सुचारू तरीके से चलाने के निर्देश दिए। औद्योगिक क्षेत्र की साफ-सफाई एवं प्रदूषण नियंत्रण की व्यवस्था के सतत निरीक्षण के लिए बिलासपुर एसडीएम की अध्यक्षता में एक जिला स्तरीय समिति भी गठित की गई है। समिति में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सीएसआईडीसी, डीआइसी,खनि विभाग एवं नगर निगम के अधिकारी शामिल किये गये। प्रति सप्ताह निरीक्षण कर प्रतिवेदन देंगे। कलेक्टर ने कोल डस्ट एवं खनिजों के परिवहन वाली गाड़ियों में एक सूचना बोर्ड भी चस्पा करने को कहा है। इसमें पता चलेगा कि गाड़ी कहां से आ रही है और कहां तक जायेगी, इसका प्रदर्शन होना चाहिए।