छत्तीसगढ़

देश की संस्कृति की रक्षा करने के लिए आगे आना चाहिए विद्यार्थियों को : राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन।

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
मो.- 9691444583
राजधानी रायपुर
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन अपने ओड़िशा प्रवास के दौरान आज खुर्दा, बानपुर स्थित सिद्ध सरस्वती बाल विद्या मंदिर के रजत जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

इस अवसर पर प्रतिभावान विद्यार्थियों को उन्होंने सम्मानित किया।
हरिचंदन ने विद्यार्थियों को मां, माटी और मानुष का सम्मान करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि देश की संस्कृति और परंपराओं की रक्षा करनी चाहिए।

उक्त कार्यक्रम में राज्यपाल ने उपस्थित विद्यार्थियों से समाज के लिए उनके कर्तव्यों एवं शिक्षा के महत्व के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि समाज को मजबूत बनाने में छात्रों की भूमिका अहम है। यदि वे इस जिम्मेदारी को निभाने का प्रयास करें तो उनका भविष्य उज्ज्वल होगा और एक सुंदर समाज का निर्माण हो सकेगा। देश की रक्षा के लिए उन्हें जो दिशा निर्देश दिए जाएं, विद्यार्थियों को उनका पालन करना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि मातृभूमि की आन, बान और शान का हमें सदैव ध्यान रखना चाहिए। ऐसा करने से हमारा जीवन सुंदर बनेगा और देश तथा राष्ट्र का मान बढ़ेगा।
राज्यपाल हरिचंदन ने कहा कि भारत की संस्कृति अलग और अनोखी है। देश के प्रधानमंत्री दुनिया को शांति का संदेश देते हैं और दुनिया को एक परिवार के सूत्र में बंधने का आह्वान करते हैं। इस देश की मिट्टी में वीरों का खून बह रहा है। इसी धरती पर विजयी नायकों ने जन्म लिया और देश को गौरवान्वित किया। विद्यार्थियों के खून में वीरता की अदम्य शक्ति है। उन्हें खुद को अभिव्यक्त करने दीजिए. उनकी कार्यशैली निष्पक्ष हो। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से विरासत और परंपरा को कायम रखते हुए देश, माटी और राष्ट्र को मजबूत बनाने का आह्वान किया।

उक्त समारोह में बानपुर प्रखंड प्रमुख, बाल विद्यालय के प्राचार्य सहित विद्यालय के पुराने एवं नये विद्यार्थी एवं अभिभावक तथा आचार्य उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button