छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड का करना होगा इंतजार, नए साल में बदल सकता है मौसम
रायपुर – पश्चिमी विक्षोभ गुजरने के बाद भी हवा की दिशा नहीं बदलने की वजह से राज्य से एक तरह के दिसंबर की ठंड गायब सी हो गई है. कड़ाके की ठंड के लिए अब वर्ष गुजरने का इंतजार करना होगा. साल के अंतिम दिनों में मौसम में बदलाव होने के आसार बन रहे हैं, जिसका असर जनवरी के प्रथम सप्ताह में दिख सकता है. मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर के अंतिम दिनों में जब राज्य में जोरदार ठंड पड़नी चाहिए, तब तमाम शहरों में रात का तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है.
रायपुर में न्यूनतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस है, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है. इसकी एकमात्र वजह राज्य में पूर्वी हवा का प्रवेश है, जिसकी वजह से वातावरण से नमी की मात्रा कम होने का नाम नहीं ले रही है. हवा की दिशा में बदलाव के आसार अभी नजर नहीं आ रहे हैं, इसलिए कड़ाके की ठंड की वापसी नए साल में ही होने की गुंजाइश बन रही है.
मौसम विशेषज्ञ एचपी. चंद्रा के मुताबिक ठंड के मौसम में आने वाला पश्चिमी विक्षोभ मौसम को बदल देता है. इस बार भी ऐसा ही कुछ हुआ है. विक्षोभ के जाने के बाद आसमान छंटने से दिल्ली सहित अन्य राज्यों में उत्तर की हवा से ठंड बढ़ी है, मगर छत्तीसगढ़ में पूर्वी हवा मौजूद है.मौसम में अभी बदलाव की संभावना नजर नहीं आ रही है. 29 दिसंबर को आने वाला पश्चिमी विक्षोभ ही एक बार फिर मौसम को प्रभावित करेगा. इसके बाद अगर हवा की दिशा बदलती है, तो राज्य में कड़ाके की ठंड वापस आ सकती हैप्रदेश के उत्तरी तथा दक्षिणी हिस्से में जंगल होने की वजह से वहां तापमान सामान्य जैसी स्थिति में है. उत्तर के सीमावर्ती इलाकों में अच्छी ठंड तो है, मगर राज्य के किसी भी हिस्से में शीतलहर जैसी स्थिति नहीं है. राज्य का न्यूनतम तापमान अंबिकापुर में 8.5 डिग्री तक पहुंच चुका है. मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अभी दिन का तापमान भी सामान्य से ज्यादा दर्ज किया जा रहा है, जिसकी वजह से धूप में तेजी महसूस हो रही है.