ई-पुस्तक “आर्यावर्त” का विमोचन हुआ गारका में

केशकाल । अखिल भारतीय काव्य संसद् के तत्वाधान में प्रकाशित ई-पुस्तक “आर्यावर्त” का विमोचन आज 2 अक्टूबर को एक साथ 7 स्थानों पर किया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित इस संकलन में भारत के 19 राज्यों के चयनित कवियों की रचनाओं को स्थान दिया गया है।
अखिल भारतीय काव्य संसद् के अध्यक्ष पुखराज यादव “प्राज” और अनुशासन प्रभारी प्रवीण चतुर्वेदी ने इस ई-बुक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस ई-प्रलेख में छत्तीसगढ़ सहित भारतवर्ष के मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिसा, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, नागालैंड, हरियाणा, केरल, असम और आंध्रप्रदेश आदि राज्यों के कवियों की उत्कृष्ट रचना का चयन कर प्रकाशित किया गया है। यह किताब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को सादर समर्पित है। इस किताब में हर राज्य की अपनी संस्कृति को दर्शाती भाषा या बोली में लिखी रचनाओं को स्थान दिया गया है।
ई-पुस्तक का विमोचन गांधी जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ के महासमुन्द के बागबाहरा विख, राजनांदगांव, गारका, केशकाल (कोंडागांव), सराईपाली और खंडेला जिला- सीकर (राजस्थान) ग्राम पंचायत चौड़ंग कोंडागांव, खरसिया शा.वि. आदि सात स्थानों से एक साथ किया गया।
आर्यावर्त में कवियत्री रश्मि अग्निहोत्री की रचना
“मैं बस्तर बोल रहा हूँ” बस्तर और बस्तरिया जीवन का चित्रण करती हुई बस्तर की अनुपम छवि उकेरती नज़र आती है। यह केशकाल जिला कोंडागांव सहित समस्त बस्तरवासियों के लिए गौरवशाली उपलब्धि है।
इस किताब का प्रकाशन काव्य पोस्ट 23 वेबपेज पर होगा। अखिल भारतीय काव्य संसद् साहित्य समूह के पदाधिकारी महेश राजा, कन्हैया साहू अमित, प्रवीण चतुर्वेदी, संतोष गुप्ता, माधवी गणवीर, रश्मि अग्निहोत्री, विश्वनाथ बस्तर, बजरंग सैनी, सुन्दरलाल डडसेना, ओमप्रकाश फुलारा, गिरिजा पांडे एवं सदस्यों ने इस पुस्तक के सृजन में अमूल्य योगदान दिया है।
इससे पहले भी संस्था द्वारा शिक्षक दिवस पर गुरुजनों को समर्पित ई-पुस्तक कलाम प्रकाशित की गई है।